Lent 2025: लेंट की शुरूआत हो चुकी है जो आत्म-चिंतन, प्रायश्चित और आध्यात्मिक अनुशासन की यात्रा की शुरुआत का प्रतीक है. यह दिन ईसाई समुदाय के लिए विशेष महत्व रखता है, क्योंकि यह प्रभु यीशु मसीह के बलिदान और उनके जंगल में बिताए गए 40 दिनों की तपस्या को स्मरण कराता है.
लेंट क्यों हैं विशेष
लेंट के पवित्र महीने में ईसाई समुदाय उपवास का पालन करता है और ईश्वर से प्रार्थना करता है. उपवास का अर्थ है कुछ खाद्य पदार्थों का त्याग करना. यह प्रक्रिया हमारी आत्मा को शुद्ध करती है और आत्म-विकास में सहायक होती है. इस दौरान लोग प्रार्थना, पश्चाताप और विश्वास को सुदृढ़ करने पर ध्यान केंद्रित करते हैं. उपवास का एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू यह है कि हमें भौतिक वस्तुओं पर निर्भरता नहीं रखनी चाहिए. जब हम कुछ खाद्य पदार्थों से दूर रहते हैं, तो हम अपने आध्यात्मिक लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करने का प्रयास करते हैं.
लेंट के दौरान क्या करें?
- प्रार्थना और ध्यान: लेंट का पहला रविवार आत्म-चिंतन और परमेश्वर की कृपा प्राप्त करने के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता है.
- उपवास और संयम: इस दिन लोग सादगी से जीवन व्यतीत करने, विलासिता से दूर रहने और जरूरतमंदों की सहायता करने का संकल्प लेते हैं.
- पवित्र ग्रंथों का अध्ययन: इस दिन बाइबल के विशेष अंशों का पाठ किया जाता है, जो आत्मसंयम और तपस्या के महत्व को स्पष्ट करते हैं.
- सदाचार की शुरुआत: यह समय जरूरतमंदों की सेवा और परोपकार के कार्यों के लिए सर्वोत्तम माना जाता है.
नहीं खाई जाती ये चीजें
लेंट के समय में मांस, शराब, मछली (कुछ विशेष दिनों में जैसे पाम संडे पर मछली का सेवन किया जा सकता है), अंडे, दूध और दूध से बने उत्पाद जैसे पनीर, दही, मक्खन आदि का सेवन नहीं किया जाता है.
खाई जाती हैं ये चीजें
लेंट के दौरान सब्जियां, फल, अनाज, फलियां, मशरूम, नट्स, बीज और जूस जैसी चीजें खाई जाती हैं, जो धार्मिक मान्यता के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत लाभकारी होती हैं.