नयी दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी शुक्रवार को कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए रवाना हो गए. दरअसल, इस साल कर्नाटक विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए राज्य की यात्रा के दौरान उनका विमान दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल-बाल बच गया था, जिसके बाद अप्रैल में उन्होंने इस तीर्थयात्रा पर जाने की इच्छा जतायी थी. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बताया कि इस तीर्थयात्रा का उद्देश्य देश और उसके लोगों की समृद्धि तथा सफलता के लिए भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करना है. यह यात्रा करीब 12 दिन में पूरी होगी. हालांकि, उन्होंने सुरक्षा कारणों को लेकर यात्रा के मार्ग के बारे में नहीं बताया.
राहुल ने टि्वटर पर उपनिषदों से लिया गया संस्कृत का एक ‘श्लोक’ लिखा और उसके साथ कैलाश पर्वत की एक तस्वीर पोस्ट की. कांग्रेस अध्यक्ष ने अपने ट्विटर वॉल पर लिखा-
ॐ असतो मा सद्गमय।
तमसो मा ज्योतिर्गमय।
मृत्योर्मामृतम् गमय।
ॐ शान्ति: शान्ति: शान्ति: ॥
सुरजेवाला ने कहा, ‘‘शिव भक्त कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए रवाना हुए, जहां वह भगवान शिव के निवास स्थान कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील की ‘परिक्रमा’ करेंगे. यात्रा में करीब 12 से 15 दिन लगेंगे, लेकिन सुरक्षा कारणों से सटीक मार्ग के बारे में नहीं बताया जा सकता.”
भाजपा ने इस पर तुरंत ही प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए आरोप लगाया कि राहुल चाहते थे कि कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए रवाना होते समय चीनी राजदूत उन्हें पारंपरिक रूप से विदा करें. साथ ही, उन पर ‘‘चीनी प्रवक्ता” की तरह हर जगह चीन के लिए बोलने का आरोप भी लगाया. भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस से जानना चाहा कि किस नेता और अधिकारी से राहुल अपने पसंदीदा देश चीन की यात्रा के दौरान मुलाकात करेंगे. हालांकि, पात्रा ने उनकी तीर्थयात्रा पर टिप्पणी नहीं की. उन्होंने कहा कि यह राहुल की निजी यात्रा है.
‘कैलाश मानसरोवर’ चीन के क्षेत्र में आता है. पात्रा ने संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस अध्यक्ष के चीन कनेक्शन के बारे में पूछते हुए कहा, ‘‘आप राहुल गांधी हैं ना कि चाइनीज गांधी. चीनी राजदूत एक गैर चीनी व्यक्ति को क्यों विदा करना चाहते हैं ? ऐसा कोई प्रोटोकॉल नहीं है.” उन्होंने पूछा, ‘‘ये रिश्ता क्या कहलाता है?” वहीं, सुरजेवाला ने पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि भाजपा यात्रा में ‘‘अड़चनें” पैदा करने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि ऐसा करके वह भगवान शिव का कोपभाजन बन रही है.
उन्होंने कहा, ‘‘हतोत्साहित प्रधानमंत्री और परेशान भाजपा ने महा कैलाश की राहुलजी की धार्मिक यात्रा का मजाक उड़ा कर अपनी संकुचित-घृणित मानसिकता दिखायी है. भाजपा द्वारा इस पवित्र यात्रा को ‘‘हनीमून पर्यटन” बताना हिंदुओं की आस्था और मान्यता पर निंदनीय हमला है.” सुरजेवाला ने कहा कि निश्चित तौर पर यह दुखद है कि भाजपा ऐसी तुच्छ राजनीतिक हथकंडे अपनाकर भगवान शिव और मां पार्वती के निवास स्थान का अपमान कर रही है. हम प्रार्थना करते हैं कि महादेव उन्हें सदबुद्धि का मार्ग दिखाएं, ताकि वह (भाजपा) अपने दिमाग और आत्मा को शुद्ध कर सके.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता देश को आगे ले जाने और सफलता हासिल करने तथा देश की सुरक्षा के लिए यह यात्रा कर रहे हैं. सुरजेवाला ने कहा कि परंपरा के मुताबिक जब कोई तीर्थयात्रा शुरू करता है तो लोग उसकी सफलता की प्रार्थना करते हैं लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा इस यात्रा को लेकर परेशान है. उन्होंने कहा कि आज सत्ता हासिल करने के लिए भाजपा अड़चनें पैदा कर रही है और यात्रा के खिलाफ साजिश रच रही है. भाजपा छोटी और तुच्छ साजिशें कर सकती है लेकिन वह ‘शिव भक्त’ राहुल और ‘भोले शंकर’ के प्रति उनके (राहुल के) समर्पण के बीच नहीं आ पाएगी.