कोचस. सरकार एक तरफ जहां प्रत्येक वित्तीय वर्ष में ग्रामीण इलाकों में विकास कार्य के लिए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से करोड़ों रुपये खर्च कर रही है. वहीं, दूसरी तरफ अधिकारियों की अदूरदर्शिता के कारण कई योजनाएं धरातल पर उतरने से पहले ही दम तोड़ रही है. ऐसा ही एक मामला नरवर पंचायत में सामने आया है. वित्तीय वर्ष 2024-25 में पंचायत समिति की बैठक में 15वीं वित्त के तहत करीब 2.3 लाख रुपये से नरवर पंचायत के भगतगंज गांव के दक्षिण कोचस राजवाहा स्थित डंगरा पुल के समीप कल्वर्ट (छलका) निर्माण की स्वीकृति दी गयी थी. इसके बाद स्थानीय पंचायत समिति सदस्य (बीडीसी) ने उक्त स्थल पर कल्वर्ट का निर्माण कराया था. इस दौरान बीडीसी ने आधे-अधूरे हालत में कार्य छोड़ कर राशि की पूरी निकासी कर ली. ऐसे में स्थानीय लोग प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाने लगे हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि इसके निर्माण में घटिया किस्म के मैटेरियल का उपयोग कर व्यापक पैमाने पर अनियमितता बरती गयी है. लोगों ने कहा कि इसके अलावा पंचायत क्षेत्र में पंचायत समिति मद से क्रियान्वित अधिकांश योजनाएं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गयी है. इस संबंध में बीडीओ चंद्रभूषण गुप्ता ने बताया कि योजना की जांच की जा रही है. जांचोपरांत दोषियों के विरुद्ध विधिसम्मत कार्रवाई की जायेगी.
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