प्रतिनिधि सीवान: सदर अस्पताल के ब्लड बैंक में पिछले 24 घंटों से मलेरिया जांच किट की अनुपलब्धता के कारण ब्लड एक्सचेंज की प्रक्रिया बाधित रही. ब्लड बैंक में सभी समूहों में लगभग 230 यूनिट रक्त उपलब्ध है, लेकिन मलेरिया जांच किट न होने के कारण रक्त की जांच नहीं हो सकी, जिससे मरीजों को रक्त उपलब्ध नहीं कराया जा सका. शुक्रवार को मलेरिया विभाग ने 40 जांच किट उपलब्ध कराया, जिसके बाद शनिवार को लगभग 20 मरीजों को रक्त दिया किया गया. सीवान ब्लड बैंक में प्रतिदिन औसतन 40 यूनिट रक्त मरीजों को दिया जाता है, लेकिन टेस्टेड रक्त की कमी के कारण मरीजों के परिजन ब्लड बैंक के चक्कर काट रहें हैं. बिहार एड्स कंट्रोल सोसाइटी की लापरवाही पिछले छह महीनों से बिहार एड्स कंट्रोल सोसाइटी द्वारा मलेरिया जांच किट और अन्य खर्चों के लिए राशि की आपूर्ति नहीं की जा रही है.फरवरी में सोसाइटी ने केवल 1 लाख 28 हजार रुपये उपलब्ध कराए थे, जिससे ब्लड बैंक ने लगभग एक हजार मलेरिया किट खरीदे थे. इसके अलावा, जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा उपलब्ध 4 लाख 80 हजार रुपये गलती से एसएनए खाते में जमा होने के कारण फ्रिज हो गए. सदर अस्पताल में प्रति यूनिट रक्त के लिए 300 रुपये का शुल्क लिया जाता है, जिसका उपयोग आवश्यक कार्यों के लिए किया जा सकता है. क्या कहते हैं जिम्मेदार ब्लड बैंक के अधिकारियों ने बताया कि शनिवार रात को स्थानीय स्तर पर 100 जांच किट खरीदे गये हैं, और सोमवार तक 900 कीट की आपूर्ति हो जायेगी. मलेरिया विभाग से प्राप्त 40 किट की मदद से कुछ हद तक राहत मिली, लेकिन बिहार एड्स कंट्रोल सोसाइटी की ओर से नियमित आपूर्ति न होने से समस्या बनी हुई है. डॉ अनूप कुमार दुबे, नोडल पदाधिकारी,ब्लड बैंक,सीवान
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