Maharashtra Political Crisis Updates: महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट आज भी बना है. शनिवार को उद्धव ठाकरे ने शिवसेना के कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है. एकनाथ शिंदे गुट के 16 विधायकों को अयोग्य घोषित करने के लिए नोटिस भी जारी किया जा सकता है. एकनाथ शिंदे बागी विधायकों के साथ गुवाहाटी में शरण लिये हुए हैं.
महाराष्ट्र में युवा सेना के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को प्रदेश के नागपुर शहर में शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे का एक विशाल बैनर हटा दिया. इस दौरान युवा सेना कार्यकर्ताओं ने महल क्षेत्र के गांधी पुतला चौक पर लगे शिंदे के इस विशाल बैनर को फाड़ दिया. युवा सेना के नागपुर जिलाध्यक्ष विक्रम राठौड़ ने शिंदे के समर्थकों से शहर में उनका कोई बैनर नहीं लगाने को कहा. महाराष्ट्र के वरिष्ठ मंत्री शिंदे और शिवसेना के अधिकतर विधायकों ने उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत कर दी है और वे गुवाहाटी में डेरा डाले हुए हैं. उन्होंने मांग की है कि शिवसेना को अप्राकृतिक महा विकास आघाड़ी (एमवीए) गठबंधन से बाहर निकलना चाहिये.
महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच खबर आ रही है कि शुक्रवार रात को 10:30 बजे शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच मुलाकात हुई थी. न्यूज चैनल आजतक की रिपोर्ट के अनुसार दोनों के बीच शुक्रवार को रात 10:30 बजे मुलाकात हुई थी.
शिवसेना कार्यकारिणी की बैठक में चार प्रस्ताव पास किये गये हैं. जिसमें बागियों पर कार्रवाई के लिए सीएम उद्धव ठाकरे को अधिकृत किया गया है. बैठक में उद्धव ठाकरे ने कहा, शिंदे पहले नाथ थे, अब दास हो गये हैं. बैठक में चुनाव आयोग जाने की बात पर भी सहमति बनी है.
मुंबई पुलिस ने हाई अलर्ट जारी किया है और सभी पुलिस थानों से शहर के सभी राजनीतिक कार्यालयों में सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा है. यह निर्देश दिया गया है कि अधिकारी स्तर के पुलिसकर्मी अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक राजनीतिक कार्यालय का दौरा करेंगे.
पुणे पुलिस के प्रवक्ता ने कहा कि शिवसेना के बागी विधायक और एकनाथ शिंदे समर्थक तानाजी सावंत के कार्यालय में राजनीतिक संकट और तोड़फोड़ के बीच पुणे पुलिस ने अलर्ट जारी किया गया है. सभी पुलिस स्टेशनों को शहर में शिवसेना नेताओं से संबंधित कार्यालयों में सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं.
शिवसेना के पुणे प्रमुख संजय मोरे ने स्वीकार किया है कि हमारी पार्टी के कार्यकर्ता ने तानाजी सावंत के कार्यालय में तोड़फोड़ की. प्रमुख उद्धव ठाकरे को परेशान करने वाले सभी देशद्रोही और बागी विधायकों को इस प्रकार की कार्रवाई का सामना करना होगा. उनके कार्यालय पर भी हमला होगा, किसी को बख्शा नहीं जाएगा.
शिवसेना के बागी विधायक महेश शिंदे ने कहा कि एनसीपी शिवसेना को खत्म करने की योजना बना रही है. जिन पूर्व राकांपा विधायकों को हमने हराया था, उन्हें 3 अरब रुपये दिए जा रहे थे. हम सभी विधायकों ने बार-बार सीएम से एनसीपी के अन्याय की शिकायत की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. इसलिए हमने एकनाथ शिंदे से शिवसेना को बचाने के लिए यह बड़ी भूमिका निभाने का आग्रह किया.
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि हम बैठक में एक साथ बैठेंगे. पार्टी के विस्तार और उसके भविष्य पर चर्चा करेंगे. पार्टी बहुत बड़ी है और इतनी आसानी से इसे हाईजैक नहीं किया जा सकता. यह हमारे खून से बना है. इसे बनाने के लिए कई लोगों ने कुर्बानी दी. इसे पैसों से कोई नहीं तोड़ सकता. उन्होंने भाजपा नेताओं से कहा कि बकरे की तरह खून करना बंद करो. कल रात हमारी बैठक के दौरान शरद पवार की मौजूदगी में, हमें 10 (बागी) विधायकों का फोन आया. सदन के पटल पर आओ और हम जानेंगे कौन मजबूत है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के बाहर आप चील हैं, लेकिन लोगों का धैर्य कमजोर होता जा रहा है. अभी शिवसैनिक सड़कों पर नहीं उतरे हैं. ऐसा किया तो सड़कों पर आग लग जाएगी.
शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, महाराष्ट्र के गृह मंत्री और महाराष्ट्र के डीजीपी को 38 विधायकों के परिवार की सुरक्षा वापस लेने को लेकर चिट्ठी लिखी है. उन्होंने कहा कि उनकी सुरक्षा दुर्भावनापूर्ण तरीके से वापस ली गई. उन्होंने ट्वीटकर कहा कि उनकी और उनकी सुरक्षा के लिए सरकार जिम्मेदार है.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आरोप लगाया कि भाजपा का मकसद शिवसेना को समाप्त करना है, क्योंकि वह हिंदू वोट बैंक को बांटना नहीं चाहती. ठाकरे ने भाजपा और शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे को चुनौती दी कि वे शिवसेना के कार्यकर्ताओं और पार्टी को वोट देने वाले लोगों को अपने पाले में करके दिखाएं. पार्टी के पार्षदों को ऑनलाइन संबोधित करते हुए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि पार्टी के आम कार्यकर्ता उनकी पूंजी हैं और जब तक वे उनके साथ खड़े हैं, तब तक वे किसी अन्य द्वारा की जाने वाली आलोचना की परवाह नहीं करते.
शिवसेना ने चार अन्य बागी विधायकों के नाम महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष के पास भेजे हैं, ताकि उनके खिलाफ अयोग्यता की कार्रवाई शुरू की जा सके. शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने कहा कि शिवसेना बागी एकनाथ शिंदे गुट के 16 विधायकों को भी नोटिस जारी करेगी और उनसे सोमवार तक जवाब देने को कहेगी. जिन चार विधायकों के नाम डिप्टी स्पीकर के पास भेजे गए हैं, उनमें संजय रायमुलकर, चिमन पाटिल, रमेश बोरनारे और बालाजी कल्याणकर शामिल हैं. सावंत ने कहा कि उन्हें एक पत्र जारी करने के बावजूद उनमें से कोई भी मुंबई में यहां बुधवार शाम को हुई पार्टी की बैठक में शामिल नहीं हुआ. पार्टी ने बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे समेत 12 नेताओं के नाम पहले ही उपाध्यक्ष को भेजकर उन्हें अयोग्य करार देने की मांग की है.
शिवसेना विधायक भास्कर जाधव ने पार्टी के नेता संजय राउत से बागी विधायकों को चुनौती देने के बजाय उनसे बात करने को कहा है. चिपलुन से विधायक जाधव ने कहा कि बागियों से संवाद करिए और यह पता लगाइए कि क्या उनकी शिकायतें सही हैं. मतभेदों को बातचीत के जरिए हल किया जा सकता है. जाधव उन चंद विधायकों में से एक हैं, जो शिवसेना के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के मंत्री एकनाथ शिंदे की अगुआई में बागी विधायकों के खेमे में शामिल नहीं हुए हैं.
शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने एक दिन पहले दिए गए अपने बयान से पटलते हुए कहा कि कोई भी राष्ट्रीय दल उनके संपर्क में नहीं है. हालांकि, गुरुवार शाम को शिंदे ने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने बागी विधायकों को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय दल के समर्थन का दावा किया था. वीडियो में वह यह कहते हुए दिख रहे थे, 'चाहे जो हो जाए, जीत हमारी होगी. एक राष्ट्रीय दल है, एक महाशक्ति... आप जानते हैं कि उन्होंने पाकिस्तान को मात दी. उस दल का कहना है कि हमने एक ऐतिहासिक निर्णय लिया है और उसने हमें हरसंभव मदद का भरोसा दिया है. उसने कहा है कि अगर आपको कुछ चाहिए तो हम आपको निराश नहीं करेंगे. जब भी आपको किसी सहायता की आवश्यकता होगी, हम देंगे.
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