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Parenting Guide: आपका बच्चा पूरी तरह से अटेंटिव नहीं रहता? ऐसे बढ़ाएं बच्चों की लिसनिंग स्किल्स

Parenting Guide: बच्चों में बचपन में ही डेवलप करना बहुत जरूरी है वरना बड़े होने के बाद इसे डेवलप करना बहुत ही मुश्किल या यूं कहें कि नामुमकिन सा है. एक्सपर्ट के अनुसार बच्चों में सुनने के स्किल को डेवलप करने के प्रयास उनके प्राइमरी स्कूल शुरू करने से पहले ही कर देने चाहिए.

Parenting Guide: बच्चों में अच्छी आदतें और मूल्य पैदा करने के अलावा, माता-पिता को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि बच्चों में शुरू से ही बेसिक स्किल भी अच्छी तरह से डेवलप हो. ऐसा ही एक बहुत ही इंपोर्टेंट स्किल्स है लिसनिंग स्किल. लिसनिंग स्किल्स एक सॉफ्ट स्किल है लेकिन यह स्किल बच्चों को बेहतर बनाने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. ये वे स्किल हैं जिन्हें बच्चों में बचपन में ही डेवलप करना बहुत जरूरी है वरना बड़े होने के बाद इसे डेवलप करना बहुत ही मुश्किल या यूं कहें कि नामुमकिन सा है. बच्चों में बेहतर लिसनिंग स्किल डेवलप करने में पैरेंट्स की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है. एक्सपर्ट के अनुसार बच्चों में सुनने के स्किल को डेवलप करने के प्रयास उनके प्राइमरी स्कूल शुरू करने से पहले ही कर देने चाहिए.

बच्चों में लिसनिंग स्किल्स बढ़ाने के लिए क्या करें

प्रत्येक बच्चे के लिए यह बहुत जरूरी है कि किसी भी बात को सुनते समय उनका ध्यान इधर-उधर न हो कर सिर्फ और सिर्फ उसी बात पर हो जो उन्हें बताया या कहा जा रहा है. पैरेंट्स अपने बच्चों में इन स्किल को डेवलप करने और बढ़ाने के लिए विभिन्न तरीकों का उपयोग कर सकते हैं. जानें ऐसे ही कुछ विशेष तरीकों के बारे में जिसकी मदद से आप अपने बच्चों के लिसनिंग स्किल को बेहतर कर सकते हैं.

रीडिंग एक्टिविटज

कहानी सुनाना आपके बच्चे के सुनने के कौशल में सुधार करने का एक शानदार तरीका हो सकता है और साथ ही उसे इंट्रेस्टिंग भी बना सकता है. माता-पिता अपने बच्चे को एक कहानी पढ़ कर सुना सकते हैं, जो ज्यादातर बच्चों को पसंद होता है. लेकिन, यह दोतरफा प्रक्रिया होनी चाहिए. माता-पिता को कहानी के बीच में रुकना चाहिए और अपने बच्चे से उस कहानी से संबंधित आसान प्रश्न पूछने चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे सुन रहे हैं या नहीं.

डिस्कशन

इंट्रेस्टिंग सब्जेक्ट्स पर अपने बच्चे के साथ चर्चा में शामिल हों और उन पर उनकी राय लें. आप बच्चे से उसके स्कूल के दिन, उसके दोस्तों, या जो कुछ भी उसे दिलचस्प लगता है, उसके बारे में पूछ सकते हैं. अपने और बच्चे के बीच कम्युनिकेशन गैप, यदि कोई हो तो उसे तुरंत पाटने का प्रयास करें.

खुद भी बच्चों की बातें सुनने का प्रयास करें

माता-पिता को अपने बच्चों के सुनने के कौशल में सुधार करने का प्रयास करना चाहिए, लेकिन साथ ही इस संबंध में अलर्ट भी रहने की जरूरत है. एक बच्चा अपने आप को खास महसूस करता है यदि उसके माता-पिता उसकी बात सुनते हैं और जाहिर है बदले में, वह भी अपने माता-पिता की बातों पर ध्यान देता है. इससे माता-पिता और बच्चे के बीच एक मजबूत रिश्ता बनता है.

अन्य एक्टिविटीज

ऐसी कई एक्टिविटीज हैं जिन्हें आप अपने बच्चों के साथ कर सकते हैं जो उनके सुनने के कौशल को धीरे-धीरे बढ़ाने में मदद करेंगी. टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए, आप एक साथ अपने बच्चे के साथ ऑडियो बुक सुन सकते हैं और उसके समाप्त होने के बाद उससे संबंधित घटनाओं को बताने के लिए कह सकते हैं. आप उन्हें ऐसे खास गेम खेलने के लिए कह सकते हैं जो सुनने के इर्द-गिर्द केंद्रित हो. ऐसा करने के रिजल्ट बेहतर होंगे.

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इन टिप्स को फॉलो करना न भूलें

यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपका बच्चा आपकी बात सुनता है उस पर ध्यान देता, पैरेंट्स को कुछ बातों को ध्यान में रखना चाहिए…

  • अपने बच्चों को हमेशा उनके नाम से संबोधित करें.

  • सकारात्मक भाषा का प्रयोग सुनिश्चित करें.

  • थैंक्यू और व्लीज जैसे शब्दों का प्रयोग करें.

  • बच्चों को छोटे कार्य और असाइनमेंट दें.

  • बातचीत के माध्यम से रिस्पॉन्स जानने की कोशिश करें.

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