38.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Trending Tags:

Advertisement

डिमांड में हैं कंटेंट क्रिएटर, एआई, डीएम, कोडिंग, डाटा साइंस जैसे शॉर्ट टर्म कोर्सेज; होती है लाखों में कमाई

बदलाव के दौर में वही टिकेगा जिसके पास डिजिटाइजेशन की रफ्तार के साथ कदम मिलाकर चलने के लिए एक्स्ट्रा स्किल भी हो. ग्लोबल कंपनियों से लेकर अब इंडियन कंपनियां भी एक्स्ट्रा स्किल वाले कैंडिडेट को तरजीह दे रही हैं. यह बदलाव पिछले 4 वर्षों में ज्यादातर देखा जा रहा है.

एमबीए, बीबीए, बीटेक, बीसीए, एमसीए, बीजेएमसी और इंजीनियरिंग के विभिन्न कोर्सेज कर लेने के बाद माना जाता है कि अच्छी-खासी सैलरी पर जॉब प्लेसमेंट मिल जाती है. पर यह बात कुछ हद तक ही अब सही है. क्योंकि अब ट्रेडिशनल कोर्सेज अच्छी नौकरी और सम्मानजनक पैकेज के लिए काफी नहीं है. डिजिटाइजेशन के इस दौर में तेजी से बदलाव हो रहे हैं.. अब जमाना एक्स्ट्रा स्किल का है. बदलाव के दौर में वही टिकेगा जिसके पास डिजिटाइजेशन की रफ्तार के साथ कदम मिलाकर चलने के लिए एक्स्ट्रा स्किल भी हो. ग्लोबल कंपनियों से लेकर अब इंडियन कंपनियां भी एक्स्ट्रा स्किल वाले कैंडिडेट को तरजीह दे रही हैं. जॉब के लिए ट्रेडिशनल पढ़ाई के साथ स्मार्ट लर्निंग भी जरूरी है.

डिमांड में हैं ये एक्सट्रा कोर्स

आज के दौर में कई एक्स्ट्रा स्किल्स डिमांड में हैं. इनमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डिजिटल मार्केटिंग, कोडिंग, वेब डेवलपमेंट, डाटा साइंस, मशीन लर्निंग, कंटेंट क्रिएटर, साइबर सिक्योरिटी, क्लाउड कंप्यूटिंग समेत कई कोर्सेज शामिल हैं. युवा अब ट्रेडिशनल कोर्स के साथ अब स्किल ओरिएंटेड कोर्सेज पर ध्यान देने लगे हैं. अच्छा-खासा पैकेज के लिए एक्स्ट्रा स्किल वाले कोर्सेज आज की जरूरत हैं. युवाओं में भी इस तरह के कोर्स के प्रति रुझान तेज हुआ है.

इन कोर्सेज की है डिमांड

1. डाटा साइंटिस्ट

डाटा साइंटिस्ट की रिक्वायरमेंट अब हर फील्ड में है. आज के दौर में आईटी इंप्लाइज से ज्यादा अर्निंग डाटा साइंटिस्ट कर रहे हैं. इसमें डाटा एक्सप्लोरेशन, मैनिपुलेशन व विजुअलाइजेशन के बारे में सिखाया जाता है. साथ ही इसमें टेक्स्ट माइनिंग स्टैटिस्टिक्स, मशीन लर्निंग, लॉजिस्टिक रिग्रेशन और सपोर्ट वेक्टर मशीन के बारे में जानकारी ले सकते हैं.

कोर्स अवधि 11 माह

2. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस

अत्याधुनिक मशीनें अब ह्यूमन रिसोर्सेज को रिप्लेस कर रही हैं, पर इन मशीनों को तैयार करने के लिए भी ह्यूमन रिसोर्स लगता है. एआई कोर्स के लिए कई मौजूद होते हैं. इस कोर्स को इंजीनियरिंग के बाद किया जा सकता है.

कोर्स अवधि 11 माह

3. साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट

डिजिटलाइजेशन के इस दौर में हैकिंग सबसे बड़े दृष्टि के रूप में उभर कर सामने आया है. यह साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट के लिए अवसर के रूप में है. साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट ही इससे निपट सकता है.अतः इसमें सर्टिफिकेशन प्रोग्राम की मांग सबसे ज्यादा है.

कोर्स अवधि 6 माह

4. अकाउंटेंसी विद टैली

टैली एक ऐसा कोर्स है जो कंप्यूटर अकाउंटेंसी के लिए काफी फायदेमंद होता है tally.erp 9 और माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस के साथ tally.erp 9 का कोर्स शॉर्ट टर्म में भी उपलब्ध है इससे कैंडिडेट को टेली मेंटेन करने का एक्स्ट्रा नॉलेज होता है जो काफी फायदेमंद होता है।

कोर्स अवधि 50 घंटे

5. डिजिटल मार्केटिंग कोर्स

ट्रेडिशनल मार्केटिंग की जगह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स द्वारा मार्केटिंग का कल्चर जोरों पर है. सभी कंपनियों का डिजिटल मार्केटिंग पर जोर है. इस शॉर्ट टर्म कोर्स में सीईओ स्ट्रेटजी, वेब एनालिटिक्स, एफिलिएट मार्केटिंग आदि बारीकियां सीखी जा सकती हैं. महिलाओं के लिए यह काफी बेहतरीन कोर्स है.

कोर्स अवधि 15 से 20 घंटे

6. एडवांस प्रोग्रामिंग इन इंजीनियरिंग

यह एक ऐसा शॉर्ट टर्म कोर्स है जो इंजीनियरिंग के स्टूडेंट्स को प्लेसमेंट के दौरान काफी फायदा देता है. आम स्टूडेंट के मुकाबले इन्हें ज्यादा सैलरी ऑफर मिलता है. इसमें स्टूडेंट्स को बेसिक प्रोग्रामिंग सिखाई जाती है.

कोर्स अवधि 50 घंटे

Also Read: Board Exam 2024 LIVE Updates: सभी बोर्ड परीक्षाओं से जुड़ी जानकारी यहां पाएं…
जॉब ओरिएंटेड कोर्सेज के हैं ये फायदे

1. हाई सैलेरी

शॉर्ट टर्म कोर्सेज युवाओं को उनके कंपीटीटर्स के मुकाबले बेहतरीन अवसर प्रदान करते हैं. क्योंकि सामान्य कोर्स करने वाले युवाओं के मुकाबले उनके पास ज्यादा नॉलेज होता है. इस वजह से उन्हें हाई सैलेरी ग्रोथ भी मिलता है.

2. बेटर कैरियर अपॉर्चुनिटी

अपस्केलिंग कैरियर के लिए ज्यादा बड़े अवसर प्रदान करते हैं. इससे युवा उन सेक्टर्स में भी काम करने के लिए काबिल हो जाते हैं, जिन सेक्टर्स में पहले काम करने के बारे में सोच भी नहीं सकते थे. उन्हें ज्यादा क्षेत्रों में ज्यादा अवसर मिलने लगते हैं.

3. प्रैक्टिकल नॉलेज

कई ऐसे ऑनलाइन या ऑफलाइन एजुकेशनल संस्थान हैं जो शॉर्ट टर्म कोर्सेज के साथ रियल लाइफ प्रोजेक्ट पर भी काम कराते हैं. इससे प्रैक्टिकल नॉलेज मजबूत होता है और यह एक्सपीरियंस किसी भी संस्थान में काम करने के लिए एक्स्ट्रा स्किल के रूप में मदद करता है.

Also Read: Board Exam Tips: परीक्षा के दौरान ना करें ये गलतियां, पढ़ें एग्जामिनेशन हॉल टिप्स

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें