29.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

लेटेस्ट वीडियो

सेमीकंडक्टर और फार्मास्यूटिकल पर टैरिफ लगाएगा अमेरिका, रास्ता तलाश रहा ट्रंप प्रशासन

America Tariff: अमेरिका ट्रंप प्रशासन के तहत फार्मास्यूटिकल्स और सेमीकंडक्टर के आयात पर टैरिफ लगाने की तैयारी में है. धारा 232 के तहत जांच शुरू की गई है, ताकि राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत किया जा सके. इससे दवाओं की कीमतें बढ़ने और सप्लाई चेन प्रभावित होने की आशंका है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

America Tariff: रेसिप्रोकल ड्यूटी को 90 दिन तक टालने के बाद अमेरिका अब फार्मास्यूटिकल और सेमीकंडक्टर के आयात पर टैरिफ लगाने की तैयारी में जुट गया है. संघीय रजिस्टर फाइलिंग के अनुसार, ट्रंप प्रशासन फार्मास्यूटिकल्स और सेमीकंडक्टर के आयात की जांच कर रहा है, ताकि इन पर टैरिफ लगाया जा सके.

किस कानून के तहत लागू होगा टैरिफ

यह कदम 1962 के व्यापार विस्तार अधिनियम की धारा 232 के तहत उठाया गया है, जिसका उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए आवश्यक वस्तुओं का घरेलू उत्पादन बढ़ाना है. ट्रंप प्रशासन पहले ही स्टील, एल्यूमिनियम, तांबा और लकड़ी के आयात की जांच कर चुका है. अब यह जांच फार्मास्यूटिकल्स और चिप निर्माण पर केंद्रित है, जिसमें 21 दिनों की सार्वजनिक टिप्पणी की अवधि भी शामिल है.

ताइवान और चीन पर निर्भरता कम करेगा अमेरिका

समाचार एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका की ताइवान और चीन जैसे देशों से दवाओं और चिप्स पर अत्यधिक निर्भरता को देखते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इन क्षेत्रों को टैरिफ के दायरे में लाने की बात कही है. हालांकि, स्मार्टफोन और कंप्यूटर जैसे कुछ उत्पादों को फिलहाल भारी टैरिफ से छूट दी गई है, लेकिन सेमीकंडक्टर जल्द ही टैरिफ के दायरे में आ सकते हैं. ट्रंप ने कहा है कि इन क्षेत्रों में “लचीलापन” रखा जाएगा, लेकिन घरेलू उत्पादन बढ़ाना जरूरी है.

टैरिफ के चलते बढ़ सकते हैं दवा के दाम

फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री ने चेतावनी दी है कि टैरिफ के कारण दवाओं की कमी और कीमतों में वृद्धि हो सकती है, जिससे मरीजों की पहुंच सीमित होगी. हालांकि, ट्रंप प्रशासन चरणबद्ध तरीके से टैरिफ लागू करने पर विचार कर रहा है. प्रमुख विश्लेषकों का मानना है कि मई के मध्य तक 10-25% के टैरिफ लगाए जा सकते हैं.

इसे भी पढ़ें: Robert Vadra Education: प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा कितने पढ़े-लिखे हैं? ऐसी है एजुकेशन जर्नी

ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी की चौतरफा आलोचना

फेडरल रिजर्व के गवर्नर क्रिस्टोफर वालर ने ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी को “आर्थिक झटका” करार दिया है. वहीं, टेक इंडस्ट्री ने टैरिफ से उपभोक्ताओं पर पड़ने वाले प्रभाव की आलोचना की है. उपभोक्ता टेक्नोलॉजी एसोसिएशन के गैरी शापिरो ने अधिक संतुलित और सहयोगात्मक व्यापार रणनीति की मांग की है. ट्रंप की इस नीति का उद्देश्य अमेरिकी अर्थव्यवस्था को विदेशी निर्भरता से मुक्त कर आत्मनिर्भर बनाना है, लेकिन इसके संभावित प्रभावों पर बहस जारी है.

इसे भी पढ़ें: भारत में होगी सामान्य से अधिक बारिश

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel