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Adani New Deal: गौतम अदाणी की झोली में आयी एक और सिमेंट फैक्ट्री, शेयर में दिखा ये एक्शन

Adani New Deal: गौतम अदाणी के मालिकाना हक वाली कंपनी अंबुजा सीमेंट्स (ACL) ने सांघी इंडस्ट्रीज लिमिटेड (SIL) के अधिग्रहण का काम पूरा कर लिया है. इसे लेकर कंपनी की तरफ से सूचना एक्सचेंज फाइलिंग में दी गयी थी.

Adani New Deal: सुप्रीम कोर्ट के हिंडनबर्ग-अदाणी मामले में सकारात्मक टिप्पनी के बाद समूह के शेयरों में तेजी बरकरार है. इस बीच खबर आ रही है कि गौतम अदाणी ने एक और सिमेंट फैक्ट्री का अधिग्रहण कर लिया है. गौतम अदाणी के मालिकाना हक वाली कंपनी अंबुजा सीमेंट्स (ACL) ने सांघी इंडस्ट्रीज लिमिटेड (SIL) के अधिग्रहण का काम पूरा कर लिया है. इसे लेकर कंपनी की तरफ से सूचना एक्सचेंज फाइलिंग में दी गयी थी. इस डील का एंटरप्राइज वैल्यू 5185 करोड़ रुपये का है. अदाणी समूह ने इस डील के लिए फंडिंग अपने इंटरनल सोर्स के माध्यम से की है. अब कंपनी में अंबुजा सिमेंट की कंपनी में 54.51 प्रतिशत की हिस्सेदारी होगी. इस खबर के आने के बाद, गुरुवार को अंबूजा सिमेंट लिमिटेड के शेयर सुबह 11.30 बजे 0.70 प्रतिशत यानी 3.50 रुपये की तेजी के साथ 504.60 रुपये पर कारोबार कर रहा था. जबकि, सांघी इंडस्ट्रीज के शेयर 4.75 प्रतिशत यानी 6.45 रुपये गिरावट के साथ 129.25 रुपये पर कारोबार कर रहा है. अंबुजा सीमेंट्स ने 3 अगस्त 2023 को मौजूदा प्रमोटर ग्रुप रवि सांघी एंड फैमिली से सांघी इंडस्ट्रीज की 54.74 पर्सेंट हिस्सेदारी खरीदने की घोषणा की थी.

अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड आंतरिक स्रोत से होगा अधिग्रहण

कंपनी के अनुसार, अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड के द्वारा सांघी इंडस्ट्रीज लिमिटेड के मौजूदा प्रमोटर ग्रुप रवि सांघी एंड फैमिली से कंपनी का 56.74 फीसदी हिस्सा खरीदेगा. इस अधिग्रहण को अंबुजा सीमेंट्स पूरी तरह आंतरिक स्त्रोतों से फंड करेगा. सांधी इंडस्ट्रीज के अधिग्रहण के बाद अंबुजा सिमेंट की प्रोडक्शन की कैपिसिटी 73.6 मीट्रिक टन सालाना तक बढ़ जाएगी. एसीएल का 2028 तक 140 MTPA क्षमता को हासिल करने का लक्ष्य समय से पहले पूरा हो जाएगा. इसके साथ ही, अंबुजा सिमेंट का लक्ष्य है कि सांघी इंडस्ट्रीज को देश की सबसे कम लागत वाली क्लिंकर की कंपनी बनाया जाए. अंबुजा सीमेंट्स को सांघी इंडस्ट्रीज को खरीदने से काफी फायदा मिलने की उम्मीद है और इस अधिग्रहण के बाद एसीएल की सीमेंट कैपिसिटी मौजूदा 67.5 MTPA से बढ़कर 73.6 MTPA हो जाएगी.

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क्या था सांघी इंडस्ट्रीज का ऐसेट्स

सांघी इंडस्ट्रीज का मालिकाना हक रवि सांघी एंड फैमिली के पास था. उनके पास कंपनी के 56.74 प्रतिशत की हिस्सेदारी थी. कंपनी के पास गुजरात के कच्छ जिले के सांघीपुरम में भारत का सबसे बड़ा सिंगल लोकेशन सीमेंट औक क्लिंकर यूनिट था. कंपनी के पास ये सबसे बड़ी इंटीग्रेटेड यूनिट था. सांघी के अधिग्रहण के बाद अंबुजा सिमेंट के पास कंपनी का सबसे बड़ा सीमेंट यूनिट आ जाएगा. सांघी का सिमेंट यूनिट 2700 एकड़ जमीन पर स्थित है और ये इंटीग्रेटेड यूनिट 2 क्लिंस और 6.6 MTPA के साथ साथ 6.1 MTPA की ग्राइंडिग यूनिट है. इसके साथ ही, प्लांट में 130 मेगावॉट का कैप्टिव पावर प्लांट है. जबकि 13 मेगावॉट का वेस्ट हीट रिकवरी सिस्टम भी है. यूनिट सांघीपुरम में एक कैप्टिव जैटी के साथ भी जुड़ी हुई है.

कैसे एक कंपनी दूसरे कंपनी का अधिग्रहण करती है

कंपनी एक दूसरी कंपनी का अधिग्रहण (मर्जर और अक्कर्ता) करने के लिए दोनों कंपनियों में पहले वार्ता होती है. अधिग्रहण की योजना बनाने के लिए दोनों कंपनियों के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स एक समझौते पर सहमत होते हैं. इसमें अधिग्रहण के विवरण, समयसीमा, सम्पत्ति का मूल्यांकन, स्टॉक मुद्रा आदि का समायोजन होता है. एक बार योजना बनने और समझौते के बाद, नौबत (फॉर्म 23C और फॉर्म 1 नौबत) जारी किया जाता है. इसमें अधिग्रहण की प्रक्रिया और विवरण शामिल होते हैं. नौबत जारी करने के बाद, उसे सर्वोच्च न्यायालय या नौबत स्वीकृति अधिकारी को प्रस्तुत किया जाता है. स्वीकृति प्राप्त करने के बाद, योजना के मुताबिक अधिग्रहण का कार्यान्वयन शुरू किया जाता है. इसमें एक कंपनी दूसरी कंपनी के सम्पत्ति, स्टॉक, और सम्पत्ति का नियंत्रण प्राप्त करती है. अधिग्रहण के बाद, दोनों कंपनियों के विभिन्न प्रक्रिया, उत्पादन, वित्त, और प्रबंधन की प्रणालियों को एकीकृत किया जाता है. विभिन्न विभाजित संरचना को एक समेकित और संगठित संरचना में बदला जाता है.

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