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Friday, March 29, 2024

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रनवे नहीं बढ़ाया तो बिहटा एयरपोर्ट पर भी नहीं उतर पायेगा जंबो जेट

पटना : बिहटा एयरपोर्ट के टर्मिनल भवन और पार्किंग निर्माण के लिए शुक्रवार को 108 एकड़ भूमि देने के लिए राज्य सरकार ने अपनी सहमति दे दी. लेकिन रनवे के विस्तार के लिए अभी भी वहां जगह की जरूरत बनी है. बिहटा एयरफोर्स स्टेशन का रनवे केवल 2700 मीटर है जो फाइटर प्लेन की जरूरत […]

पटना : बिहटा एयरपोर्ट के टर्मिनल भवन और पार्किंग निर्माण के लिए शुक्रवार को 108 एकड़ भूमि देने के लिए राज्य सरकार ने अपनी सहमति दे दी. लेकिन रनवे के विस्तार के लिए अभी भी वहां जगह की जरूरत बनी है. बिहटा एयरफोर्स स्टेशन का रनवे केवल 2700 मीटर है जो फाइटर प्लेन की जरूरत को तो पूरा कर सकता है, लेकिन बड़े पैसेंजर या कार्गों प्लेन की जरूरत को नहीं. जब तक बिहटा एयरपोर्ट के रनवे काे बढ़ा कर 4000 मीटर या उससे अधिक नहीं किया जाता उस पर जंबो जेट नहीं उतारे जा सकेंगे.
सालाना 25 लाख यात्रियों की क्षमता
बिहटा एयरपोर्ट का टर्मिनल भवन दो मंजिला होगा,जिसकी शुरुआती क्षमता सालाना 25 लाख यात्रियों की होगी. टर्मिनल भवन का डिजाइन बनाते समय इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखा जायेगा कि एयरपोर्ट पर उतरने वाले विमानों और आने-जाने वाले यात्रियों की संख्या को देखते हुए यदि जरूरत पड़ी तो क्षमता को बढ़ा कर दोगुनी की जा सके. टर्मिनल भवन के साथ ही विशाल पार्किंग भी बनेगा. टर्मिनल भवन और पार्किंग 108 एकड़ में फैला होगा.
बिहार सरकार ने इसके लिए एयरफोर्स स्टेशन के पास की 126 एकड़ भूमि अधिग्रहीत की है जिसमें से 108 एकड़ भूमि अगले तीन महीने के भीतर एयरपोर्ट ऑथिरिटी ऑफ इंडिया को सौंप दी जायेगी. बचे 18 एकड़ भूमि राज्य सरकार अपने पास रखेगी, जिसमें स्टेट हैंगर का निर्माण होगा.
पटना एयरपोर्ट से बड़ा रनवे, पर जरूरत से कम
पटना एयरपोर्ट पर 2072 मीटर लंबा रनवे है. यहां कि तुलना में बिहटा एयरपोर्ट का रनवे 628 मीटर अधिक है. इससे शॉर्ट रनवे के कारण विमानों को उतरने में हो रही परेशानी और जोखिम से बिहटा एयरपोर्ट पर कुछ हद तक राहत मिलेगी. लेकिन पूरी तरह यह खत्म नहीं हो पायेगा क्योंकि आदर्श रूप में एयर बस 320 और बोईंग 737 जैसे विमानों के लिए 3300 मीटर की हवाई पट्टी चाहिए.
रनवे बढ़ाने के लिए जमीन पड़ रही कम
एयरपोर्ट ऑथिरिटी के अधिकारियों की मानें तो एयरफोर्स स्टेशन के पास इतना जमीन नहीं है कि रनवे को अपेक्षित लंबाई तक बढ़ाया जा सके. रनवे के अंतिम छोर से 900 मीटर की खाली जमीन की जरूरत भी पड़ती है. उन्होंने मामले की तरफ ध्यान दिलाते हुए राज्य सरकार से रनवे के पास की जमीन को भी अधिग्रहीत कर देने के लिए कहा है ताकि हवाई पट्टी का विस्तार किया जा सके .
फोर लेन बनाने के भी दिये गये निर्देश
शुक्रवार को मुख्यमंत्री के साथ नागरिक उड्ययन मंत्री की उच्चस्तरीय बैठक में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के वरीय अधिकारी भी शामिल हुए. इन्हें बिहटा से पटना तक फोर लेन रोड के निर्माण का निर्देश दिया गया. इस वर्ष दिसंबर में बिहटा एयरपोर्ट के टर्मिनल भवन का निर्माण शुरू होगा और पटना एयरपोर्ट के टर्मिनल भवन के साथ ही 2020 तक इसे पूरा कर लेने का लक्ष्य है.
बिहटा से अंतरराष्ट्रीय पटना से राष्ट्रीय फ्लाइट
बिहटा एयरपोर्ट के उद्घाटन के बाद पटना एयरपोर्ट के भविष्य के बारे में पूछने पर एयरपोर्ट के एक वरीय अधिकारी ने बताया कि पटना एयरपोर्ट इसके बाद भी कार्यरत रहेगा क्योंकि यदि ऐसा नहीं होता तो इसके नए भवन के निर्माण की योजना नहीं बनती. बड़े विमानों और अंतराष्ट्रीय फ्लाइट को उतारने के लिए बिहटा एयरपोर्ट का इस्तेमाल किया जायेगा जबकि सामान्य फ्लाइट वर्तमान की तरह आगे भी पटना एयरपोर्ट से संचालित होते रहेंगे.
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