न्यूयॉर्क:अमेरिका में अभियोजकों ने शुक्रवार को वीजा धोखाधड़ी के आरोपों को लेकर देवयानी खोबरागडे पर दोबारा अभियोग लगाया, जिसकी वजह से देवयानी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया गया. इस अभियोग में भारतीय राजनयिक पर अपनी नौकरानी को ‘गैरकानूनी रूप से’ कम वेतन देने और उसका ‘शोषण’ करने का आरोप लगाया गया है.
देवयानी को 12 दिसंबर को न्यू यॉर्क में गिरफ्तार किया गया था. उसके बाद से उन्हें नयी दिल्ली में विदेश मंत्रालय में स्थानांतरित किया गया है. अगर, वह अमेरिका जाती हैं तो उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है. उनके पति और बच्चे अमेरिका में ही हैं. 21 पृष्ठों के नये अभियोग के बाद अमेरिकी अटॉर्नी प्रीत भरारा ने अमेरिकी जिला न्यायाधीश विलियम पौले को लिखे पत्र में कहा कि ‘राजनयिक के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया गया.’ उन्होंने कहा कि ‘प्रतिवादी के गिरफ्तार होने पर सरकार तत्काल ही अदालत को सूचित करेगी’ ताकि न्यायाधीश के समक्ष पेशी तय की जा सके.
पहला अभियोग हो चुका है खारिज
इन नये आरोपों से दो दिन पहले बुधवार को ही अमेरिका की एक अदालत नेपहले के अभियोग को खारिज कर दिया था.पहलेवाले अभियोग में देवयानी पर वीजा धोखाधड़ी और नौकरानी संगीता रिचर्ड के लिए वीजा हासिल करने के लिए गलत जानकारी देने के आरोप लगाये गये थे. अभियोग में कहा गया है कि देवयानी ने अपनी नौकरानी के लिए वीजा हासिल करने के लिए ‘जानबूझकर’ कई गलत सूचनाएं अमेरिकी अधिकारियों को दीं. मैनहट्टन अदालत में दायर नये अभियोग में ये आरोप भी लगाये गये हैं कि देवयानी ने अमेरिकी विदेश मंत्रालय में अपनी नौकरानी का जो रोजगार अनुबंध जमा किया था उसमें ‘गलत एवं फरजी बयान’ शामिल थे, जिसका देवयानी को पता था. देवयानी को वीजा धोखाधडी और अपनी नौकरानी के वीजा आवेदन को लेकर गलत बयान के आरोपों के चलते गिरफ्तार किया गया था. इस मामले को लेकर अमेरिका और भारत के बीच राजनयिक विवाद गहरा गया था और प्रतिक्रियास्वरूप भारत ने विशेष श्रेणी के अमेरिकी राजनयिकों को मिलनेवाले विशेषाधिकार कम कर दिये थे.