बीजिंग : चीन ने दलाईलामा पर छद्म तरीके से तिब्बत की स्वतंत्रता हासिल करने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए कहा कि तिब्बत के आध्यात्मिक नेता को सुलह-समझौता वार्ता में प्रगति के लिए सभी तरह की अलगाववादी और घातक गतिविधियां रोक देनी चाहिए.
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता किन गैंग ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की दलाई लामा के साथ मुलाकात की आलोचना करते हुए यहां एक बयान में कहा कि अमेरिका को चीन विरोधी साठगांठ और तिब्बत की स्वतंत्रता में लगी ताकतों का समर्थन करना बंद करना चाहिए.
उन्होंने अमेरिका के उस स्पष्टीकरण का भी उल्लेख किया कि वह तिब्बत की स्वतंत्रता का समर्थन नहीं करता. किन ने दलाईलामा पर आरोप लगाया कि वह तथाकथित बीच का रास्ता और ग्रेटर तिब्बत की वकालत करते हुए स्वतंत्रता के लिए प्रयासरत हैं. उन्होंने कहा, इसे चीन सरकार और देश के लोग कभी भी स्वीकार नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि चीन के केंद्र सरकार ने दलाईलामा के साथ सम्पर्क और चर्चा के लिए अपने दरवाजे हमेशा ही खुले रखे हैं. दोनों पक्षों के प्रतिनिधियों ने पूर्व में कई बार मुलाकात की लेकिन उनकी बातचीत कोई प्रगति नहीं हासिल कर पायी.
किन ने कहा, दलाईलामा यदि वास्तव में सम्पर्क और बातचीत के मामले में प्रगति हासिल करना चाहते हैं तो उन्हें इसे अपने स्वयं के शब्दों और कार्यों में गहनता से दर्शाना होगा और सभी तरह की अलगाववादी और विध्वंसकारी गतिविधियां रोकनी होगी.