सिडनी: भारत सहित जी20 देशों के वित्त मंत्री और केंद्रीय बैंकों के गवर्नर कल से यहां शुरु हो रही दो दिवसीय बैठक में भाग लेंगे जिसमें दुनिया में तीव्र आर्थिक वृद्धि, कराधान क्षेत्र में सुधार और ढांचागत परियोजनाओं के लिये धन की व्यवस्था करने का मुद्दा प्रमुख होगा.
जी20 में शामिल भारत जैसे विकासशील देश इस बैठक में अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) जैसे बहुपक्षीय अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं में बहुप्रतीक्षित कोटा सुधार को आगे बढ़ाने पर जोर देंगे. कोटा सुधार से वैश्विक मामलों में विकासशील देशों की बात को तवज्जो मिलेगी. जी20 देशों की इस बैठक में वैश्विक अर्थव्यवस्था पर चर्चा होगी और दुनियाभर में ढांचागत परियोजनाओं पर अमल के लिये वित्तीय साधन उपलब्ध कराये जाने पर भी चर्चा होगी और इसके संभावित उपायों पर गौर किया जायेगा.
एक वक्तव्य के अनुसार वित्त मंत्री पी. चिदंबरम बैठक में वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं के समक्ष आ रही प्रमुख चुनौतियों का जिक्र करेंगे और आईएमएफ में कोटा सुधारों के साथ साथ निवेश और ढांचागत क्षेत्र से जुड़ी अड़चनों पर बहस छेडेंगे. वित्तीय नियमन और कर सुधारों के मामले भी उनके भाषण का हिस्सा होंगे. आज दिन में इससे पहले अमेरिका के वित्त मंत्री जैक ल्यू ने कहा कि दुनियाभर में तीव्र और संतुलित विकास एवं वृद्धि के लिये और प्रगति की आवश्यकता है.