वाशिंगटन : वर्ष 2016 में राष्ट्रपति पद के चुनाव में उम्मीदवारी की तैयारी कर रही पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने कहा है कि उनके कार्यकाल में उन्हें सबसे ‘ज्यादा अफसोस’ वर्ष 2012 में लीबिया स्थित अमेरिकी दूतावास पर हमले का है. इस हमले में अमेरिकी राजदूत समेत चार अमेरिकी मारे गए थे.
न्यू ओरलिएन्स में नेशनल ऑटोमोबाइल डीलर्स असोसिएशन के समक्ष संबोधन देते हुए क्लिंटन ने कहा, ‘‘मुझे सबसे ज्यादा अफसोस उस घटना का है, जो बेनगाजी में हुई. विदेश मंत्री के रुप में जिन सबसे बड़ी समस्याओं का सामना मैंने किया, यह उनमें से एक है.’’उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी बहुत सी खतरनाक जगहें हैं, जहां हम अपनी सेना नहीं बल्कि नागरिकों को भेजते हैं. वे वहां जाते हैं, उनके पास भाषाई कौशल होता है. वे उस इलाके की चीजों को समझते हैं कि आखिर हो क्या रहा है. लेकिन वे असुरक्षित हैं.’’2012 में बेनगाजी स्थिति अमेरिकी दूतावास पर हुए आतंकी हमले में लीबिया में अमेरिकी राजदूत क्रिस स्टीवन्स समेत चार अमेरिकी नागरिक मारे गए थे.
यह हमला 2012 के चुनावों में राजनैतिक लिहाज से एक मुख्य मुद्दा बनकर उभरा था. रिपब्ल्किन सदस्यों का दावा था कि राष्ट्रपति ओबामा ने अपने दूसरे कार्यकाल के प्रचार के आगे इसके महत्व को कम करने की कोशिश की. अगर क्लिंटन 2016 में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव में उतरती हैं तो रिपब्लिकन इसे एक मुद्दा बना सकते हैं.