लंदन: प्रवासी भारतीयों को अनुपस्थिति में मतदान का अधिकार देने में भारत सरकार की ओर से कदम नहीं उठाने पर एक एनआरआई आईटी कंसल्टेंट आज से भारतीय उच्चायोग के बाहर तीन दिन का अनशन शुरु किया है.
प्रवासी भारत समूह के सह-संस्थापक नागेन्द्र चिंदम अगस्त 2012 से ही प्रवासी भारतीयों को अनुपस्थिति में मतदान देने का अधिकार दिलाने का अभियान चला रहे हैं. अनशन शुरु करने के तुरंत बाद चिंदम ने पीटीआई से कहा, ‘‘यह अंतिम उपाय है. हमने तमाम पत्र लिखे हैं, शांतिपूर्ण प्रदर्शनों का आयोजन किया है और अक्तूबर 2012 में लंदन में मार्च भी निकाला था लेकिन सरकार इसका समाधान निकालने में असफल रही है.’’गणतंत्र दिवस के दिन शाम चार बजे तक वह सिर्फ पानी पीएंगे. इसके बाद वह लंदन के तवीस्टॉक चौराहे पर स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास अपना अनशन समाप्त करेंगे.
‘‘वोट बाई स्पेशल बैलट फॉर इंडियन सिटिजन्स लिविंग अबरॉड’’ शीर्षक वाली एक ऑनलाइन याचिका का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि 26 जनवरी हमारे लिए पवित्र दिन है इसलिए हम एकत्र होकर महात्मा गांधी को फूल अर्पित करेंगे, राष्ट्रगान गाएंगे और साथ मिलकर राष्ट्र के नाम एक याचिका पर हस्ताक्षर करेंगे कि हम विदेशों में निवास करने वाले भारत के नागरिक हैं और अपने देश की भलाई के लिए चिंतित हैं.’’ इस याचिका पर पूरी दुनिया के सैकड़ों प्रवासी भारतीयों ने अभी तक हस्ताक्षर किया है.