वॉशिंगटन : भारत और अमेरिका ने द्विपक्षीय संबंधों को व्यापक बनाने का काम जारी रखने तथा देवयानी प्रकरण से आगे बढ़ने की प्रतिबद्धता जताई है.अमेरिका के उप विदेश मंत्री विलियम जे बर्न्स ने कल विदेश मंत्रालय के फॉगी बॉटम मुख्यालय में भारत के नए राजदूत एस जयशंकर के लिए दोपहर का भोज आयोजित किया था जिस दौरान दोनों के बीच सार्थक बातचीत हुई.
इसी सिलसिले में दोनों पक्षों ने विभिन्न मुद्दों पर भविष्य की द्विपक्षीय बैठकों तथा विचारों के आदान प्रदान के लिए शुरुआती तैयारी पर चर्चा की.
बर्नस और जयशंकर ने अमेरिकन एम्बेसी स्कूल सहित कई कथित मुद्दों पर राजनयिक नोट के माध्यम से विदेश मंत्रालय द्वारा उठाए गए अलग अलग मुद्दों पर भी चर्चा की. कल जयशंकर ने प्रतिनिधिसभा के स्पीकर जॉन बोएनर से भी मुलाकात की.
अब तक वह सीनेट में बहुसंख्यक नेता हैरी रीड, खुफिया मामलों पर सीनेट की सलेक्ट कमेटी की अध्यक्ष डियाने फीनस्टीन, सीनेट में इंडिया कॉकस के सह अध्यक्ष सीनेटर मार्क वार्नर और प्रतिनिधि सभा की विदेश मामलों की समिति के डेमोक्रेट इलियट एंजल सहित कम से कम 15 शीर्ष अमेरिकी सांसदों से मिल चुके हैं.
समझा जाता है कि इन सभी मुलाकातों में जयशंकर ने प्रस्तावित आव्रजन सुधार पर भारत की चिंताओं को उठाया और यह आश्वासन चाहा कि एच..1बी नियोक्ताओं के साथ सही व्यवहार किया जाएगा.
यह भी माना जा रहा है कि जयशंकर ने न्यूयार्क में देवयानी खोबरागड़े की गिरफ्तारी पर भारत के नजरिये से दूसरे पक्ष को अवगत कराया.