ढाका : बांग्लादेश में आज हुए आम चुनाव में सत्तारुढ़ अवामी लीग ने जबर्दस्त जीत हासिल की. यद्यपि इस बीच विपक्ष के बहिष्कार, मतददाताओं की कम उपस्थिति के बीच हुई मतदान संबंधी हिंसक घटनाओं में 21 लोगों की मौत हो गई.
अधिकारियों ने बताया कि 59 जिलों की 300 सीटों में से 147 सीटों पर आज मतदान हुआ लेकिन हिंसा के डर से अधिकतर मतदाता घर से बाहर नहीं निकले. चुनाव के बहिष्कार के कारण अन्य सीटों से खड़े उम्मीदवारों को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया जाएगा.
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार प्रधानमंत्री शेख हसीना की अवामी लीग ने 147 में से 95 सीटों पर जीत दर्ज की है. जातीय पार्टी ने 12 सीटें जबकि 13 सीटों पर छोटे दलों या निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है. हसीना ने गोपालगंज और रंगपुर संसदीय सीटों पर जीत दर्ज कर ली है.
पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के नेतृत्व वाले मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) ने चुनाव कराने के लिए एक निष्पक्ष सरकार के गठन की अपनी मांग ठुकराए जाने के बाद चुनाव का बहिष्कार किया है. कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा बलों के हजारों जवानों को तैनात किया गया था. इसके बावजूद पूरे देश में हिंसक घटनाएं हुईं.
पुलिस का कहना है कि आज दिन में 17 लोग मारे गए हैं जिनमें अधिकतर विपक्षी दल के कार्यकर्ता शामिल हैं. एक सुरक्षाकर्मी भी मारा गया है. रात भर हुई हिंसा में एक चुनाव अधिकारी सहित तीन लोग मारे गए थे. 147 सीटों पर कुल 390 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा. इनमें से ज्यादातर अवामी लीग और उसके सहयोगी दल जातीय पार्टी के थे. देश में कुल 4.4 करोड़ मतदाता हैं.
विपक्ष के बहिष्कार के बीच प्रदर्शनकारियों ने मतदान केंद्रों पर देशी बम फेंके और मतपत्र चुरा लिए. मतदान केंद्र में आग लगाए जाने और मतपेटी तथा मतपत्रों की चोरी के कारण 160 केंद्रों पर चुनाव रद्द करने पड़े. विपक्ष के कार्यकर्ताओं ने 200 से ज्यादा मतदान केंद्रों में आग लगा दी. हसीना की पार्टी अवामी लीग के जीतने में कोई बाधा नहीं है क्योंकि विपक्ष ने इस चुनाव में हिस्सा ही नहीं लिया है. पार्टी ने मतदान प्रतिशत पर संतोष जताया है.
अवामी लीग के नेता तोफैल अहमद ने कहा, जो पार्टी चुनाव जीतेगी वही सरकार बनाएगी और देश चलाएगी. इस बीच बीएनपी ने कहा कि जनता ने एकतरफा चुनाव को नकार दिया है. बीएनपी के कार्यवाहक महासचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर ने मतदान समाप्त होने के तुरंत बाद कहा, जनता ने एकतरफा चुनाव के जरिए सत्ता हथियाने के सरकार के प्रयास को नकार दिया है. चुनाव आयोग ने अभी तक 10वें आम चुनाव के दौरान कितना मतदान हुआ, इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की है.
बांग्लादेश के मुख्य चुनाव आयुक्त ने आज कहा कि विपक्षी दलों के बहिष्कार और घने कोहरे के कारण आम चुनाव में मतदान कम हुआ है. उन्होंने यद्यपि कहा कि चुनाव निष्पक्ष था.