काठमांडो: प्रचंड के नेतृत्व वाली नेपाल की माओवादी पार्टी टूट के कगार पर है क्योंकि हालिया चुनाव में मिली करारी शिकस्त को लेकर उनके और पूर्व प्रधानमंत्री बाबूराम भट्टाराई के नेतृत्व वाले असंतुष्ट गुट के बीच गंभीर मतभेद उभर कर सामने आ गए हैं. एकीकृत सीपीएन माओवादी के वरिष्ठ नेता भट्टाराई ने कहा कि चुनाव […]
काठमांडो: प्रचंड के नेतृत्व वाली नेपाल की माओवादी पार्टी टूट के कगार पर है क्योंकि हालिया चुनाव में मिली करारी शिकस्त को लेकर उनके और पूर्व प्रधानमंत्री बाबूराम भट्टाराई के नेतृत्व वाले असंतुष्ट गुट के बीच गंभीर मतभेद उभर कर सामने आ गए हैं.
एकीकृत सीपीएन माओवादी के वरिष्ठ नेता भट्टाराई ने कहा कि चुनाव में पार्टी को मिली शिकस्त की नैतिक जिम्मेदारी पार्टी नेताओं को अपने..अपने पद सोपान के अनुरुप लेना चाहिए और यह स्पष्ट है कि पार्टी अध्यक्ष को इसके लिए अधिक जवाबदेह होना चाहिए.यहां अपने आवास में कल कुछ चुने हुए पत्रकारों के एक समूह के साथ बातचीत के दौरान भट्टाराई ने कहा कि जिम्मेदारी लेना विभिन्न तरीके से संभव हो सकता है.पार्टी के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि प्रचंड को पार्टी की करारी शिकस्त की जिम्मेदारी लेनी चाहिए.भट्टाराई ने कहा कि उम्मीदवारों की सूची तैयार करते वक्त प्रचंड ने न तो उनसे सलाह ली न ही वरिष्ठ नेता नारायणकाजी श्रेष्ठ से बात की.