इस्लामाबाद. पाकिस्तान में ऐसी कोई सरकार टिक नहीं सकती, जो कश्मीर के मुद्दे को दरकिनार कर दे. इसलिए भारत के साथ दोस्ती की जल्दी न करें नवाज शरीफ.
यह चेतावनी हिजबुल मुजाहिदीन के नेता व यूनाइटेड जिहाद काउंसिल के प्रमुख सलाहूद्दीन ने पाकिस्तान के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को दी है.
पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री बनने जा रहे नवाज शीफ ने बार-बार भारत से अच्छे संबंधों की इच्छा जताई है. हिजबुल मुजाहिदीन के नेता व यूनाइटेड जिहाद काउंसिल के प्रमुख सलाहूद्दीन ने एक अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा,पाकिस्तान में कोई भी सरकार,चाहे वह नवाज शरीफकी हो या कोई और,कश्मीर का मुद्दा छोड़ने पर सत्ता में नहीं रह सकती.
सलाहुद्दीन ने आने वाली सरकार को सलाह दी कि वह कश्मीर मुद्दे को ठंडे बस्ते में डालने की फिर से गलती न करे व नई दिल्ली के साथ व्यापार,सांस्कृतिक आदान-प्रदान व पर्यटन के जरिए दोस्ती बढ़ाने की कोशिश न करे. सलाहुद्दीन ने कहा,पीएमएल (एन) बड़े बहुमत से जीती है इसलिए हम चाहेंगे कि वह कश्मीर पर पाकिस्तान की पारंपरिक नीति का अनुसरण करे. कश्मीर मुद्दे का हल संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों के जरिए कश्मीरियों की इच्छाओं के अनुरूप हो.