इस्लामाबाद: पाकिस्तान के बाज सरीखे चौकन्ने सेना प्रमुख जनरल अशरफ परवेज कयानी कल सुरक्षा चुनौतियों के बीच दुनिया की छठी सबसे बड़ी सेना की रहनुमाई छोड़ देंगे.विस्तारित कार्यकाल के बाद सेवानिवृत्त होने जा रहे 61 वर्ष के कयानी ने पाकिस्तानी सेना के भारत केन्द्रित रुख में बदलाव लाने की कभी कोई कोशिश नहीं की.
उनके सेना प्रमुख के पद पर रहते पाकिस्तानी सेना ने कुछ आतंकवादी गुटों के खिलाफ अभियान चलाए, लेकिन भारत विरोधी लश्कर-ए-तैयबा को अपनी जमीन से भारत के खिलाफ खुलकर आतंकी गतिविधियां चलाने का मौका दिया.
हालांकि सेना ने पिछली पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी सरकार के भारत के साथ संबंधों को सामान्य बनाने के प्रयासों को बाधित नहीं किया, लेकिन बहुत से लोगों का ख्याल है कि पिछले वर्ष दिसंबर में भारत को विशेष तरजीही देश का दर्जा देने में आई रुकावट में सेना का ही हाथ था.