इस्लामाबाद: तालिबान के प्रतिबंध और धमकियों के बीच पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर-पख्तूनख्वा में आज से तीन दिवसीय पोलियो अभियान शुरु हुआ. तालिबान ने बीमारी को समूल नष्ट करने की वैश्विक कोशिशों को अवरुद्ध करने की धमकी दी है. इस अभियान के तहत छह जिलों में पांच वर्ष से कम उम्र के 15 लाख बच्चों […]
इस्लामाबाद: तालिबान के प्रतिबंध और धमकियों के बीच पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर-पख्तूनख्वा में आज से तीन दिवसीय पोलियो अभियान शुरु हुआ. तालिबान ने बीमारी को समूल नष्ट करने की वैश्विक कोशिशों को अवरुद्ध करने की धमकी दी है. इस अभियान के तहत छह जिलों में पांच वर्ष से कम उम्र के 15 लाख बच्चों को पोलियो की दवा पिलायी जाएगी.
पोलियो का विषाणु अब सिर्फ पाकिस्तान, अफगानिस्तान और नाइजीरिया के कुछ हिस्सों तक ही बचा है. तालिबान द्वारा पिछले वर्ष पोलियो अभियान को मुसलमानों का बंध्याकरण करने की ‘पश्चिमी साजिश’ करार दिए जाने के बाद से लगातार पोलियो की दवा पिलाने वाले कार्यकताओं पर हमले होते रहे हैं.अमेरिका द्वारा 2011 में ओसामा बिन-लादेन का पता लगाने के लिए पाकिस्तानी डॉक्टर का इस्तेमाल करने की सूचना बाहर आने से बाद से तालिबान पोलियो कार्यक्रम को जासूसों को छुपाने का तरीका और कार्यकर्ताओं को जासूस मानते हैं.इस महीने के शुरुआत में पंजाब प्रांत में लोगों ने पोलियो कार्यकर्ताओं को सीआईए का एजेंट मानकर उनपर कुत्ते दौड़ा दिए थे. उन्हें अपनी जान बचाने के लिए सिर पर पांव रखकर भागना पड़ा था.
खैबर-पख्तूनख्वा में विस्तृत टीकाकरण कार्यक्रम के उपनिदेशक जान बाज खान अफरीदी ने कहा कि बानू, डेरा इस्माइल खान, कोहट, लक्कर मारवात, पेशावर और टैंक जिलों में पोलियो अभियान शुरु हो गया है और यह शुक्रवार तक चलेगा. उन्होंने बताया कि घर-घर जाकर पोलियो की दवा पिलाने के लिए 4,343 टीमें भेजी गई हैं. इन टीमों की मदद स्वयंसेवक, महिला स्वास्थ्य कर्मचारी और अन्य अधिकारी भी करेंगे.