काठमांडो : नेपाल के नये संविधान को लेकर भारत.. नेपाल संबंधों में आज असहजता दिखी जब नेपाल सरकार ने भारतीय राजदूत को बुलाकर भारत की तरफ से जरुरी वस्तुओं की आपूर्ति में ‘‘बाधा’ का मुद्दा उठाया.
भारत ने भी आज एक बार फिर ‘‘विश्वसनीय और असरदार’ तरीके से इस देश की अशांति को दूर करने के लिये दबाव बनाया. नेपाल के विदेश मंत्री खागा राज अधिकारी ने भारतीय राजदूत रंजीत राय को बुलाया क्योंकि नये संविधान का विरोध कर रहे सैकडों प्रदर्शनकारियों ने भारत नेपाल सीमा पर प्रमुख कारोबारी जांच चौकी को अवरुद्ध कर दिया.
सूत्रों के अनुसार, राय ने नेपाली नेता से कहा कि अवरोध नेपाल की तरफ कुछ वर्गों द्वारा अशांति, आंदोलन और प्रदर्शन के कारण है. खास बात यह है कि इससे पहले आज भारत ने नेपाल से ‘‘विश्वसनीय और असरदार तरीके से’ वर्तमान शांति के कारणों से निपटने को कहा. अधिकारी ने राय को यहां विदेश मंत्रालय में बुलाया और सीमा जांच चौकियों पर वर्तमान स्थिति पर चर्चा की.
महेंद्र बहादुर पाण्डेय संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के लिए अमेरिका में होने के कारण अधिकारी कार्यवाहक विदेश मंत्री की भूमिका में हैं. नेपाल के विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, अधिकारी ने नेपाल में जरुरी आपूर्ति करने वाले वाहनों की बेरोकटोक आवाजाही में भारत सरकार का सहयोग भी मांगा.