काहिरा : सैन्य तख्ता पलट के बाद पद से हटाए गये मिस्र के राष्ट्रपति मोहम्मद मुरसी के खिलाफ चार नवंबर से मुकदमा चलेगा. मुरसी पर आरोप है कि उन्होंने अपनी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे विपक्ष के लोगों की हत्या करने के लिए उकसाया है.सरकारी संवाद समिति ‘एमईएनए’ के अनुसार, राष्ट्रपति भवन के सामने दिसंबर 2012 में प्रदर्शन कर रहे लोगों में से कम से कम 10 की हत्या करने के मामले में मुरसी(62)और मुस्लिम ब्रदरहुड के 14 अन्य सदस्यों के खिलाफ मुकदमा चलेगा.
मुरसी द्वारा अपने निर्णय को न्यायिक पुर्नीक्षण से परे रखने के संबंध में अध्यादेश जारी किए जाने के बाद उनके समर्थकों और विरोधियों के बीच पांच दिसंबर को झड़प शुरु हो गई थी. छह माह बाद मुरसी को सत्ता से हटा दिया गया.तीन जुलाई को तख्ता पलट के बाद सत्ता से हटाए गए मुरसी को सेना के किसी अज्ञात स्थान पर बंदी बनाकर रखा है. मिस्र में क्रांति के बाद तानाशाह हुस्नी मुबारक का शासन समाप्त होने के बाद मुरसी लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए देश के पहले राष्ट्रपति बने.