न्यूयॉर्क : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह व उनके पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ ने रविवार को यहां मुलाकात की. द्विपक्षीय संबंधों को सामान्य बनाने के उपायों पर चर्चा की. संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक से इतर दोनों नेताओं की मुलाकात पाकिस्तान से पैदा होनेवाले आतंकवाद को लेकर भारत द्वारा चिंता जताये जाने की पृष्ठभूमि में हुई है.
मनमोहन सिंह ने पाकिस्तानी सरजमीं से पैदा होनेवाले आतंकवाद के मुद्दे को उठाया. पाक से कहा कि वह सीमा पार आतंकवाद को खत्म करने के लिए और अधिक कदम उठाये. इस मौके पर पाकिस्तानी पीएम ने भी मनमोहन सिंह के समक्ष अपनी शिकायतें दर्ज करायीं.
– शरीफ को न्योता
बैठक के बाद भारतीय मीडिया को संबोधित करते हुए सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन ने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मुलाकात के दौरान नवाज शरीफ को दिल्ली का आने का न्योता दिया. बदले में शरीफ ने भी मनमोहन को इसलामाबाद आने के लिए कहा. दोनों प्रधानमंत्रियों की मुलाकात जम्मू में हुए दोहरे आतंकी हमले के कुछ दिन बाद हुई है. इन हमलों में 12 लोग मारे गये थे.
* समस्या का हो समाधान
मनमोहन सिंह ने शरीफ की कश्मीर मुद्दे का समाधान सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के मुताबिक करने की मांग को खारिज करते हुए कहा कि भारत शिमला समझौते के तहत सभी मुद्दों को सुलझाने का पक्षधर है.
* नहीं दिखी गरमाहट
मनमोहन व नवाज की इस मुलाकात में दोनों तरफ से कोई खास गरमाहट नहीं दिखी. दोनों प्रधानमंत्रियों ने मुलाकात के बाद साझा प्रेस कांफ्रेंस भी नहीं की. भारत ने साफ कहा कि सीमा पार से आतंकवाद के खात्मे तक दोनों देशों के रिश्ते सामान्य नहीं हो सकते. पाकिस्तान के साथ सभी मुद्दों पर बातचीत के लिए भारत तैयार है, बशर्ते वह आतंकवाद को शह देना बंद करे. दोनों देशों ने इस बात पर सहमति जतायी है कि वार्ता की पूर्व शर्त है नियंत्रण रेखा पर हालात में सुधार.
* सियाचिन पर ठोस बातचीत हो
* बलूचिस्तान में बंद हो दखल
* मुंबई दोषियों को सजा मिलेगी
* सरक्रीक मुद्दे पर बात हो
* भारत आरोप लगाना बंद करे
– पाक प्रधानमंत्री से कहा
* आतंकवादियों को फंडिंग रुके
* सीजफायर का हो पालन
* मुंबई के दोषियों को सजा मिले
* आर्थिक क्षेत्र में आगे बढ़ें
* बलूचिस्तान में भूमिका नहीं