वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को अगाध सम्मान दिया और वह ओवल ऑफिस में मुलाकात के बाद उन्हें विदाई देने व्हाइट हाउस के बरामदे तक छोड़ने आए. व्हाइट हाउस के प्रोटोकॉल से वाकिफ लोगों का कहना है कि यह राष्ट्रपति द्वारा प्रदर्शित किया गया एक तरह का दुर्लभ सम्मान है जो उन्होंने हाल के वर्षों में नहीं देखा है.
अधिकारियों का कहना है कि विगत में भी ओबामा के मन में मनमोहन के लिए न सिर्फ एक महान नेता और राजनेता के रुप में, बल्कि एक अर्थशास्त्री के रुप में भी अगाध सम्मान रहा है. ओबामा ने नवम्बर 2009 में प्रधानमंत्री के लिए राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से पहले राजकीय भोज का आयोजन किया था और उन्होंने भारत तथा अमेरिका को इक्कीसवीं सदी के अत्यावश्यक साझेदार करार दिया है. अपनी टिप्पणी में ओबामा ने प्रधानमंत्री की सराहना की.
ओबामा ने कल मनमोहन से मुलाकात के बाद कहा, वह प्रधानमंत्री के रुप में अपने कार्यकाल के दौरान अमेरिका और व्यक्तिगत तौर पर मेरे महान मित्र एवं साझेदार रहे हैं. उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री सिंह एक उत्कृष्ट साझेदार रहे हैं. ओबामा ने मनमोहन से कहा, दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए आपके सभी प्रयासों के लिए आपका धन्यवाद. मनमोहन ने भी भारत..अमेरिका संबंधों के प्रति ओबामा की प्रतिबद्धता के लिए उनकी सराहना की.
उन्होंने कहा, जब से मैं प्रधानमंत्री हूं और खास तौर पर जब से वह राष्ट्रपति हैं, ओबामा और मैंने मिलकर काम किया है, मेरा मानना है कि ओबामा ने विभिन्न क्षेत्रों में हमारे सहयोग को मजूबत, विस्तारित और प्रगाढ़ करने में उल्लेखनीय योगदान दिया है. मनमोहन ने कहा, राष्ट्रपति के रुप में अमेरिका के पास एक ऐसा नेता है जो महसूस करता है और इस बात को मानता है कि उभरता भारत न सिर्फ गरीबी से लड़ने, बल्कि वैश्विक शांति और समृद्धि में भी योगदान दे सकता है.