जिनेवा: संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने बशर अल असद पर मानवता के खिलाफ अपराध का आरोप लगाया है जबकि सीरिया के रासायनिक हथियारों के जखीरे को नष्ट करने को लेकर अमेरिका और रुस के बीच जटिल और उच्चस्तरीय वार्ता एक निर्णायक बिंदू पर पहुंच गयी है. हथियारों को अंतरराष्ट्रीय नियंत्रण में लाने संबंधी रुसी योजना की बारीकियां तय करने के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी और रुस के विदेश मंत्री सेर्गेई लावरोव जिनेवा में दूसरे दिन की बातचीत कर रहे हैं.
पूरे दिन शीर्ष राजनयिक और उसके प्रतिनिधिमंडल के सदस्य बैठक में आते जाते रहे. सदस्य छोटी-छोटी तकनीकी टीमों में बंट गये थे और उसके बाद वे अपनी अपनी सरकारों से सलाह मशविरा करते रहे. दोनों पक्षों से वार्ता को रचनात्मक बताया. उन्होंने इस बात की भी पुष्टि की कि बातचीत आज भी जारी रहने की संभावना है.
विशेषज्ञों की टीमें रुस द्वारा आखिरी समय में की गई उस पहल पर माथापच्ची कर रही हैं जिसके चलते अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को सीरिया के खिलाफ सैन्य हमले की अपनी योजना से पीछे हटना पड़ा था. ओबामा ने सीरिया के खिलाफ यह कार्रवाई उसके द्वारा गत अगस्त में दमिश्क के पास किये गए रासायनिक हमले के खिलाफ करने की योजना बनायी जिसके बारे में अमेरिका का कहना है कि उसमें 1400 लोग मारे गए थे.
संयुक्त राष्ट्र में बान की मून ने कल असद पर हमला बोला और कहा कि घटना पर संयुक्त राष्ट्र निरीक्षकों की रिपोर्ट से इस बात की पुष्टि हो सकेगी कि रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया गया था.
बान ने कहा कि सीरियाई नेता असद ने मानवता के खिलाफ कई अपराध किये हैं. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि एक बार गृहयुद्ध समाप्त होने के बाद जवाबदेही होनी चाहिए.