इस्लामाबाद : पाकिस्तानी मीडिया में भारत के बर्बर सामूहिक बलात्कार मामले के फैसले को आज प्रमुखता से कवर किया गया. एक प्रमुख संपादक ने कहा कि यौन शोषण दोनों देशों के लिए चुनौती है.पिछले साल दिसंबर में एक चलती बस में 23 वर्षीय पैरामेडिकल छात्रा से सामूहिक बलात्कार के सभी चार आरोपियों को दिल्ली की एक अदालत द्वारा दोषी ठहराने के कुछ मिनट के भीतर पाकिस्तानी अखबारों के वेबसाइटों और टेलीविजन चैनलों पर यह खबर प्रमुखता से दिखने लगी.
सरकारी पीटीवी ने भी इस मामले में फैसले को कवर किया और करीब एक मिनट का समाचार प्रसारित किया गया. पाकिस्तान में कवरेज पर टिप्पणी करते हुए प्रभावशाली डान अखबार के संपादक जफर अब्बास ने कहा कि बलात्कार दोनों देशों के लिए एक साझा मुद्दा और चुनौती है. इस विशेष घटना के कारण भारत में जनता और सामाजिक कार्यकर्ता सड़कों पर आ गए. दोनों देशों के लोगों को बलात्कार के खिलाफ अपनी आवाज उठाने की जरुरत है.