इस्लामाबाद : नवाज शरीफ के पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद के लिए औपचारिक रुप से चुने के जाने के कुछ देर बाद उनके रिकार्ड तीसरी बार कल इस पद के लिए शपथ ग्रहण करने की उम्मीद है.
शरीफ के साथ उनके छोटे आकार के मंत्रिमंडल के सदस्य भी शपथ ग्रहण करेंगे, जिसमें उनके करीबी सहयोगी शामिल होंगे. पाकिस्तान की 342 सदस्यीय नेशननल एसेंबली में शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन के 180 से अधिक सदस्य हैं.
सदन में मतविभाजन से प्रधानमंत्री का चयन होगा. पीएमएल एन नेता इशाक डार, ख्वाजा आसिफ और अब्दुल कादिर बलूच ने इस पद के चुनाव के लिए आज दोपहर 63 वर्षीय शरीफ का नामांकन पत्र दाखिल किया.
शरीफ के खिलाफ मैदान में उतरे उम्मीदवारों में पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के जावेद हाशमी और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के मखदूम अमीन फहीम शामिल हैं. इन लोगों के नामांकन पत्र भी आज दाखिल किये गये.
शरीफ द्वारा अपने पास विदेश विभाग और रक्षा विभाग रखे जाने की उम्मीद है. उल्लेखनीय है कि शरीफ ने लाहौर में भारतीय पत्रकारों से बात करते हुए कहा था कि नए प्रधानमंत्री के रुप में अपने शपथग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पाकिस्तान आने की दावत देने में उनको बहुत खुशी होगी. इसके बाद से ही कयास आराइयों का बाजार गर्म था कि शरीफ के शपथग्रहण समारोह में भारत की तरफ से कौन शिरकत करेगा.
भारतीय अधिकारियों ने लगातार कहा कि उन्हें इस सिलसिले में कोई औपचारिक दावत नहीं मिली. सिंह के विशेष दूत सतिंदर लांबा ने 27 मई को शरीफ से मुलाकात की थी और दोनों देशों के बीच के तमाम प्रमुख मुद्दों को हल करने के लिए वार्ता प्रक्रिया आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की थी.
आम चुनाव में शरीफ की पार्टी की जीत पर बधाई देने के लिए सिंह ने 12 मई को उनसे बातचीत की थी. इस वार्ता पर आगे का कदम उठाने के लिए लांबा लाहौर गए थे.