काबुल:अफगानिस्तान में सफलतापूर्वक एक और चुनाव शनिवार को संपन्न हुआ. तालिबान इस दौरान कोई भी बड़ा हमला करने में विफल रहा और लाखों मतदाता नये राष्ट्रपति को चुनने के लिए मतदान करने के लिए घर से बाहर निकले.
दूसरे दौर के चुनाव के बाद दोनों पक्षों के प्रचार दल की ओर से धोखाधड़ी के आरोप लगाये जाने की संभावना है और करीबी मतगणना चुनावी नतीजे को चुनौती दिये जाने की ओर ले जा सकती है, क्योंकि देश पहली बार लोकतांत्रिक तरीके से सत्ता हस्तांतरण की ओर बढ़ रहा है. हालांकि,चुनाव के दौरान 150 छिटपुट हमले हुए.
इसमें तालिबान ने एक रॉकेट दागा, जो पूर्वी खोस्त प्रांत में एक मतदान केंद्र के निकट एक मकान पर गिरा. इस हमले में एक ही परिवार के पांच लोग मारे गये. चुनाव इस बात का फैसला करेंगे कि पूर्व विदेश मंत्री अब्दुल्ला अब्दुल्ला या विश्व बैंक के पूर्व अर्थशास्त्री अशरफ गनी में से कौन देश का नये युग में नेतृत्व करेगा.
अपने पसंदीदा उम्मीदवार का चुनाव करने पर हमें बहुत फख्र है. आज अफगानिस्तान संक्रमणकाल से दीर्घकालीन शांति और स्थिरता की तरफ जा रहा है.
करजई, राष्ट्रपति