बगदाद : इस्लामिक बंदूकधारी इराक के सुन्नी बहुल इलाके में काफी अंदर तक घुस गए और वे सद्दाम हुसैन के गृहनगर तिकरित पर भी तेजी से कब्जा कर रहे हैं जहां सैनिक और सुरक्षा बल अपनी चौकियां छोड़कर चले गए हैं. यह इलाका कभी अमेरिकी फौजों के कब्जे में था.
अमेरिकी बलों के यहां से जाने से करीब तीन साल पहले तक विद्रोहियों का यह पूर्ववर्ती गढ़ लगभग शांत था. यहां की स्थिति के मद्देनजर अब प्रधानमंत्री नूरी-अल-मलीकी को डर लग रहा है कि क्या वह बगदाद के करीब पहुंच रहे इस्लामिक उग्रवादियों को रोक पाने में सक्षम होंगे. नूरी-अल-मलीकी अनिर्णयकारी चुनाव के बाद सत्ता पर पकड बनाए रखने के लिए प्रयासरत हैं.
इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक के लडाकों और लेवेंट उग्रवादी समूह के बंदूकधारियों ने मंगलवार को इराक के दूसरे सबसे बडे शहर मोसुल पर कब्जा कर लिया. इस वजह से अनुमानित पांच लाख लोग अपने घर छोड कर चले गए. तिकरित में पुलिस और सैन्य बलों की सुन्नी उग्रवादियों के साथ झडपें हुईं और फिर उग्रवादी शहर में घुस गए.
इस बीच, ईरान की आधिकारिक आइआरएनए समाचार एजेंसी ने खबर दी है कि ईरानी एयरलाइन्स ने सुरक्षा संबंधी चिंता के चलते तेहरान और बगदाद के बीच अपनी सभी उडानें रद्द कर दी हैं. साथ ही ईरान ने अपनी सीमाओं पर सुरक्षा उपाय भी कडे कर दिए हैं. द इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर माइग्रेशन के अनुसार, मोसुल से करीब 500,000 लोग चले गए हैं.