पर्थ : मलेशिया के लापता विमान की तलाश में लगी बहुराष्ट्रीय टीमों ने कहा कि वे हिन्द महासागर की तलहटी से ध्वनि सुनने के प्रयासों को बंद करेंगी और ब्लैक बॉक्स ढूंढने के लिए एक मानवरहित पनडुब्बी को इस काम में लगाएंगी. लगभग एक सप्ताह से पानी के नीचे से कोई ध्वनि सुनाई नहीं देने के बाद यह फैसला किया गया. अन्य चार संकेतों में से अंतिम का पता मंगलवार की रात को चला था.
ऑस्ट्रेलिया के मुख्य जांच समन्वयक एयरचीफ मार्शल (अवकाशप्राप्त) एंगस ह्यूस्टन ने कहा, हमें छह दिन से एक भी संकेत नहीं मिला है. अब पानी के भीतर जाने का समय है. विमान की तलाश को आज 38 दिन हो गए हैं. सीएनएन के अनुसार आज दोपहर तक ब्लूफिन-21 तैनात की जाएगी जिस पर साइड स्कैन सोनार लगा होगा. यह सोनार एक ऐसी ध्वनि प्रौद्योगिकी है जो प्रकाश की अपेक्षा ध्वनि परावर्तन से तस्वीरें तैयार करती है.
उन्होंने कहा कि प्रत्येक तैनाती 24 घंटे के लिए होगी. ब्लूफिन-21 को सागर के तल तक पहुंचने में दो घंटे लगेंगे. यह 16 घंटे तक सागर की तलहटी को खंगालेगी और फिर से बाहर निकलने में दो घंटे का समय लेगी. जुटाए गए डेटा को डाउनलोड करने और इसका विश्लेषण करने में इसे चार घंटे और लगेंगे. ह्यूस्टन ने आगाह किया कि पनडुब्बी के जरिए तलाश का काम एक लंबी प्रक्रिया है और हो सकता है कि इसका कोई परिणाम नहीं निकले.