न्यूयार्क : अमेरिका से अपनी संभावित वापसी के खिलाफ यहां शरण पाने की लडाई जीतने वाली अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की केन्याई बुआ का निधन हो गया है. उनके वकील ने यह जानकारी दी. वह 61 वर्ष की थीं. मार्गेट वॉन्ग ने कल कहा कि जीतुनी ओनयांगो की अमेरिकी शहर बोस्टन में सोमवार रात सोते हुए मृत्यु हो गई. वह गत जनवरी महीने से बीमार चल रही थी.
वॉन्ग ने कहा कि ‘‘ अमेरिका के केन्याई समुदाय ने ओनयांग के निधन पर शोक जताया है. वह अपने मित्रों के बीच ‘आंटी’ नाम से प्रसिद्ध थी और राष्ट्रपति ओबामा की सौतेली बुआ के रुप से जानी जाती थी.’’ ओनयांगो 2004 में केन्या निष्कासित किए जाने के खिलाफ अदालत गई थीं वहां उन्होंने यह प्रमाणित किया था कि उनके देश में वह ‘जातिय हिंसा’ का शिकार हुई थी. इसके बाद मई 2010 में उन्हें शरण प्रदान की गई थी.
इसके बाद ओनयांगो को अमेरिका में स्थायी नागरिकता के लिए जरुरी ग्रीन कार्ड भी मिल गया था. ओनयांगो सन् 2000 में संयुक्त राष्ट्र आईं थी और दो साल बाद राजनीतिक शरण के लिए आवेदन किया था. लेकिन उनके आवेदन को ठुकरा दिया गया था तथा उन्हें 2004 में निर्वासन का आदेश दिया गया था. उनकी परेशानियां सार्वजनिक होने के बाद उन्होंने ओबामा से अपने संबंध तोड लिए थे. हालांकि व्हाइट हाउस का कहना है कि ओबामा को नवंबर 2008 तक उनकी गैरकानूनी स्थिति के बारे में जानकारी नहीं थी. उन्हें मीडिया ने 2008 में ओबामा की ऐतिहासिक जीत से कुछ दिन पहले खोज निकाला था.