पर्थ : दुर्घटनाग्रस्त मलेशियाई विमान के मलबे की खोज का अभियान आज आस्ट्रेलियाई पश्चिमी तट से फिर से शुरु होने के बीच आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टोनी एबोट ने मलबा मिलने का भरोसा जताया है. एबोट ने संसद के सदस्यों से बात करते हुए कहा, ‘‘जुटाये गए सबूत के आधार पर मलेशियाई सरकार ने घोषणा की है कि उडान संख्या एमएच370 दक्षिण हिंद महासागर में गायब हो गया और उसमें सवार सभी लोग मारे गए हैं.’’
उन्होंने कहा कि उस क्षेत्र में पर्याप्त मात्रा में मलबा देखा गया है जहां विमान के आखिरी बार होने की बात कही जा रही है. उन्होंने कहा, ‘‘खराब मौसम और पहुंच नहीं हो पाने के चलते मलबे का कोई भी हिस्सा अभी तक नहीं मिल पाया है लेकिन हमें भरोसा है कि हमें कुछ मलबे का हिस्सा जरुर मिलेगा.’’उन्होंने प्रतिनिधि सभा में एक शोक प्रस्ताव पेश किया और आस्ट्रेलिया के ‘‘उन छह यात्रियों के परिजनों के साथ ही उन अन्य यात्रियों और चालक दल के सदस्यों के परिवार के सदस्यों के प्रति संवेदना जतायी जिनके बारे में माना जा रहा है कि वे अब इस दुनिया में नहीं हैं.’’
एबोट ने कहा, ‘‘हम सभी 239 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों के प्रति शोक जताते हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम विशेष तौर पर उन छह आस्ट्रेलियाई नागरिकों और एक आस्ट्रेलियाई निवासी के प्रति शोक जताते हैं जिनके बारे में जाना जा रहा है वे अब इस दुनिया में नहीं हैं और हम उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति संवेदना जताते हैं.’’
उन्होंने कह कि आस्ट्रेलियाई परिवारों के ‘‘दिल में एक पीडा हैं’’ और ‘‘हम उस पीडा को समाप्त करने के लिए कुछ भी कह या कर नहीं सकते.’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसके बावजूद इस संसद के जरिये यह क्षति स्वीकार करना देश को यह भयानक शोक सहने में कुछ शक्ति दे सकता है.’’ एबोट ने कहा कि 12 विमान और दो पोत दक्षिणी हिंद महासागर में अभी भी मलबे की तलाश में हैं. उन्होंने कह कि ब्लैक बाक्स उपकरण का पता लगाने वाला उपकरण भी लगाया जाना है और इस उपकरण को एक आस्ट्रेलियाई नौसैनिक पोत के जरिये खोज वाले क्षेत्र में भेजा जा रहा है.
एबोट ने कहा कि उन्होंने मलेशियाई प्रधानमंत्री नजीब रजाक से जारी जांच में आस्ट्रेलिया की मदद जारी रखने का वादा किया है जो कि खराब मौसम के चलते कई दिन प्रभावित हुआ है. उन्होंने कहा, ‘‘संभावित दुर्घटनास्थल आस्ट्रेलिया के सबसे नजदीक है.’’ खोज अभियान में छह देश सहायता कर रहे हैं जिनमें आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अमेरिका, जापान, चीन और दक्षिण कोरिया शामिल हैं.विमान द्वारा इनमरसैट उपग्रह को भेजे गए कुछ संकेतों से विशेषज्ञों ने यह निष्कर्ष निकाला है कि विमान दक्षिणी हिंद महासागर में कहीं पर गिरा है. आठ मार्च को लापता हुए विमान की खोज में 20 से अधिक देशों के विमान और पोत जुटे हैं. इस विमान में पांच भारतीयों और एक भारतीय मूल के कनाडाई समेत 239 लोग सवार थे.