रियाद : भारत ने सउदी अरब में अपने नागरिकों को सलाह दी है कि वहां भारतीय महिला कर्मचारियों को हडताल पर जाने के लिए उकसाने की कुछ स्वयंभू सामाजिक कार्यकर्ताओं की कोशिशों के खिलाफ सतर्कता बरतें. रियाद में भारतीय दूतावास ने कहा कि ऐसे असामाजिक तत्वों और गैरकानूनी एजेंटों की गतिविधियां सउदी अरब में भारतीयों की साख को नुकसान पहुंचाती हैं.
दूतावास ने एक बयान में कहा, ‘‘दूतावास के संज्ञान में यह बात आई है कि कुछ स्वयंभू सामाजिक कार्यकर्ता और गैरकानूनी एजेंट सउदी अरब में कुछ भारतीय महिला श्रमिकों को हडताल पर जाने के लिए उकसा रहे हैं. इन गैरकानूनी एजेंटों को सोशल मीडिया के माध्यम से हडताल के बारे में खबरें प्रसारित करते हुए पाया गया है.’’ दूतावास के अनुसार ये वही अवैध एजेंट हैं जिन्हें पहले भारतीय मजदूरों को सउदी अरब की सरकार पर आरोप लगाते हुए नकारात्मक बयान जारी करने और उन्हें सोशल मीडिया पर डालने के लिए उकसाया गया था.
वक्तव्य के मुताबिक, ‘‘दूतावास सउदी अरब में सभी भारतीय नागरिकों को इस तरह के स्वयंभू सामाजिक कार्यकर्ताओं और गैरकानूनी एजेंटों की जघन्य कोशिशों के विरद्ध आगाह करना चाहता है.’’ दूतावास ने कहा कि इस बात पर गौर करना जरुरी है कि हम एक दूसरे देश में रहते हैं और हमारे लिए सउदी अरब के सभी नियमों और शर्तों का पालन करना जरुरी है. दूतावास ने कहा, ‘‘कोई भी सउदी अरब के नियमों को तोडता हुआ और हडताल से जुडी गतिविधियों में लिप्त पाया गया तो उसे सउदी के अधिकारियों की ओर से सजा, जेल और निर्वासन का सामना करना पडेगा. दूतावास की संबंधित अधिकारियों के साथ सउदी अरब में भारतीयों के कल्याण से जुडे सभी मुद्दों पर काम करने के लिए एक प्रणाली है.’’