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कोलंबो : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को श्रीलंका के दिकोया में भारत की मदद से 150 करोड़ रुपये की लागत से बनाये गये एक सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का उद्घाटन किया. चाय बगान के लिए प्रख्यात दिकोया में भारतीय मूल के तमिलों की बहुतायत है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने बताया कि श्रीलंका के लोगों का स्वास्थ्य और कल्याण साझा प्राथमिकता है. प्रधानमंत्री मोदी ने दिकोया ग्लेनगाइरन अस्पताल का उद्घाटन किया.
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इस उद्घाटन समारोह में श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सीरीसेना ने मोदी के साथ हिस्सा लिया. दो साल में यह मोदी की दूसरी श्रीलंका यात्रा है. वह कल यहां अंतरराष्ट्रीय वैसाख दिवस पर हिस्सा लेने के लिए आए। उनकी इस यात्रा का उद्देश्य भारत और श्रीलंका के बीच परंपरागत संबंधों को और अधिक मजबूती प्रदान करना है.
इसके पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोलंबों में बैसाख दिवस पर कहा कि सतत विश्व शांति की राह में सबसे बड़ी चुनौती ऐसी मानसिकता है, जिसकी जड़ों में घृणा और हिंसा बसी है और यह अनिवार्य रूप से राष्ट्रों के बीच संघर्ष से उपजी हुई नहीं है. प्रधानमंत्री ने कहा कि बैसाख दिवस के लिए चुनी गयी सामाजिक न्याय और सतत विश्व शांति की थीम बुद्ध के उपदेशों से गहन मेल खाती है.
उन्होंने कहा कि सतत विश्व शांति के लिए सबसे बड़ी चुनौती वर्तमान में अनिवार्य रूप से राष्ट्रों के बीच का संघर्ष नहीं है. मोदी ने कहा कि यह ऐसी मानसिकता, विचार धारा, संस्थाओं और उपकरणों से है जिनकी जड़ों में घृणा और हिंसा के विचार भरे हुए हैं. उन्होंने कहा कि हमारे क्षेत्र में आतंकवाद का खतरा इन विध्वंसकारी भावनाओं की ठोस अभिव्यक्ति है.