पानागढ़ : चिटफंड कंपनियों के खिलाफ कांकसा जोनल माकपा ने शनिवार को पानागढ़ बाजार में विशाल जुलूस निकाला. माकपा के सभी संगठनों के प्रतिनिधियों व कार्यकर्ताओं समेत पांच हजार की संख्या में समर्थक व सारधा घोटाले के शिकार लोगों ने जुलूस के माध्यम से विरोध जताया.
नेतृत्व माकपा के जिला पार्टी सदस्य विरेश मंडल, सांसद साइदुक हक, कांकसा जोनल सचिव आलोक भट्टाचार्य आदि ने किया. यह कांकसा जोनल कार्यालय से शुरु होकर पानागढ़ बाजार, रनडीहा मोड़, राइस मिल रोड होते हुए कांकसा थाना पहुंचा.
जुलूस यहां सभा में तब्दील हो गया. इसके बाद छह सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने थाना प्रभारी, सीआई तथा डीएसपी (हेडक्वार्टर) को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में मुख्य रुप से माकपा पार्टी कार्यालयों में कार्यकर्ताओं पर हमला,जबरन पार्टी कार्यालय दखल करना, कार्यकर्ताओं को झूठे मामले में फंसाने, पुलिस की उदासीन भूमिका तथा चिटफंड कंपनियों के खिलाफ गबन किये गये रुपयों की वसूली आदि की मांग की गयी.
छात्र नेता सुदीप्तो गुप्त के हत्यारों की गिरफ्तारी की भी मांग की गयी है. ज्ञापन देने गये माकपा नेताओं में जनार्दन चटर्जी, अजित घोष, वंदना मंडल, नारायण श्याम आदि मुख्य रुप से उपस्थित थे. कोई अप्रिय घटना न घटे इसके लिये भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद था.
उठायी थी आवाज
माकपा सांसद साइदुल हक ने कहा कि राज्य में कुकुरमुत्ते की तरह उगे चिटफंड कंपनियों के खिलाफ उन्होंने लोकसभा में आवाज उठायी थी. लेकिन तृणमूल सांसद और राज्य की मुख्यमंत्री ने कांग्रेस के साथ मिलकर मामले को दबा दिया था. यह 18 दिसंबर 2012 की बात है.
सांसद ने बताया कि चिटफंड कंपनियों को बढ़ावा देने में तृणमूल के एमएलए व एमपी का भरपूर हाथ है. हमलोग सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं. राज्य के सबसे बड़े घोटाले के रूप में यह उभरकर आयेगा, जिसमें पूर्ण रुप से तृणमूल के विधायक व सांसद संलिप्त हैं. सांसद ने बताया कि गरीब असहाय लोगों के हजारों करोड़ रुपये का गबन सारधा ग्रुप समेत और चिटफंड कंपनियां कर रही हैं.