लंदन : अमेरिका में आईटी क्षेत्र की दो भारतीय कंपनियां टीसीएस और इन्फोसिस पर एच1बी वीजा का गलत तरीके से इस्तेमाल के आरोपों के बीच ब्रिटेन में तथाकथित तौर पर वीजा नियमों के उल्लंघन मामले में करीब 38 भारतीयों को हिरासत में ले लिया गया है. ब्रिटेन में आव्रजन अधिकारियों ने लेस्टर शहर में दो कपड़ा कारखानों में छापेमारी करके नौ महिलाओं सहित 38 भारतीयों को हिरासत में ले लिया है.
हिरासत में लिये गये इन लोगों पर आरोप है कि वे वीजा से अधिक अवधि तक वहां रह रहे थे या अवैध तौर पर काम कर रहे थे. ब्रिटेन में गृह कार्यालय के आव्रजन प्रवर्तन दल ने पिछले सप्ताह इंग्लैंड के ईस्ट मिडलैंड्स क्षेत्र में स्थित शहर के एमके क्लोदिंग लिमिटेड और फैशन टाइम्स यूके लिमिटेड पर छापेमारी कर 38 भारतीयों और एक अफगान नागरिक को पकड़ा.
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लेस्टर मर्करी की रिपोर्ट के अनुसार, पकड़े गये लोगों में 31 लोग अपनी वीजा अवधि से अधिक समय तक रहे, सात लोग देश में अवैध तौर पर घुसे और एक ने अपनी वीजा शर्तों का उल्लंघन करके काम किया. अधिकारियों ने 19 लोगों को हिरासत में लिया है, जिन्हें ब्रिटेन से बाहर किया जाना लंबित है, जबकि 20 अन्य को गृह कार्यालय में नियमित तौर पर रिपोर्ट करने को कहा है, जो उनके मामले को देख रहा है. अगर यह साबित हो जाता है कि कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को कानूनी दर्जा देने के लिए कदम नहीं उठाये हैं, तो इन दोनों कंपनियों को प्रत्येक कर्मचारी पर 20,000 पाउंड तक जुर्माना देना पड़ सकता है.