नयी दिल्ली : वर्ष 1984 में अमेरिका के राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन ने कहा था कि परमाणु हथियारों से न जंग जीती जा सकती है और न ही इसे लड़ी ही जाया जाना चाहिए. 20वीं सदी के उत्तरार्द्ध में अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से कही गयी इस बात से लेकर 21वीं सदी के पूर्वार्द्ध के बीच वैश्विक स्तर पर परमाणु नीति में कई तरह के बदलाव आ गये हैं. आलम यह है कि दुनियाभर के देश बात-बात पर परमाणु हमला करने की धमकी देने से भी गुरेज नहीं कर रहे हैं.
मीडिया में आ रही खबरों में कहा जा रहा है कि यदि पाकिस्तान ने परमाणु हमले की धमकी दी, तो भारत भी उसे करारा जवाब देने में पीछे नहीं हटेगा. मीडिया में आ रही खबरों में ऐसा माना जा रहा है कि भारत अब पाकिस्तान पर पहले परमाणु हमला कर सकता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उड़ी हमले और सर्जिकल स्ट्राइक के बाद हालात ऐसे हो गये हैं कि भारत युद्ध की पहल भी कर सकता है.
दरअसल, परमाणु हमले की धमकी के बल पर पाकिस्तान आतंकवाद को पनाह दे रहा है. ऐसे में भारत अब इसे हल्के में लेने के पक्ष में नहीं है. भारत फिर पहले परमाणु हमला न करने वाले फैसले पर समीक्षा कर सकता है. ये बात इससे भी साबित हो रही है, क्योंकि कई परमाणु विशेषज्ञों ने इस पर अपनी राय दी है.