पटना : जेपी आंदोलन यानी 1974 के छात्र आंदोलन की 43वीं वर्षगांठ पर राजधानी में कई कार्यक्रम आयोजित हुए. संपूर्ण क्रांति मंच, 1974 जेपी आंदोलनकारी संपूर्ण क्रांति मोर्चा, जेपी आंदोलनकारी संघर्ष समिति के बैनर तले कई कार्यक्रम हुए.
संपूर्ण क्रांति मंच के प्रदेश अध्यक्ष राम प्रवेश सिंह की अध्यक्षता में आंदोलन की 43 वीं वर्षगांठ पर सुबह नौ बजे से दस बजे तक दिवंगत आंदोलनकारियों की याद में पुष्पांजलि अर्पित की गयी. दूसरे सत्र में जन चेतावनी सभा में 32 जिलाध्यक्षों ने व्यवस्था परिवर्तन की लड़ाई को संपूर्ण क्रांति के लक्ष्य की तरफ ले चलने का संकल्प लिया. इसमें सूर्यदेव त्यागी, राधिका देवी, कांता प्रसाद सिंह, यमुना प्रसाद, विशेश्वर प्रसाद, राणा कृष्णदेव, जयप्रकाश सिंह, विशिष्ट झा, नवलाख सिंह आदि मौजूद थे.
जेपी आंदोलनकारी मोरचा की ओर से गांधी मैदान में फूल माला चढ़ाया. माेरचा के अध्यक्ष ने बताया कि सरकार का ध्यान दिलाने के लिए एक दिवसीय भूख हड़ताल मुंह पर काली पट्टी
बांध कर किया. पटेल ने कहा कि भ्रष्टाचार पर रोक लगाने, बेरोजगारों को काम देने, महंगाई पर रोक लगाने, राष्ट्रीय संग्रहालय बनाने की मांग की है. मौके पर ब्रह्मनंद पटेल, गिरजानंदन पाठक, उदय नारायण सिंह आदि ने नेतृत्व किया.
जेपी आंदोलनकारी संघर्ष समिति के बैनर तले आंदोलनकारियों द्वारा लोकतंत्र की हिफाजत करने का संकल्प लिया गया. बैठक की अध्यक्षता कपिलेश्वर पांडे ने की. इस मौके पर सरकार से मांग करते हुए
कहा गया कि जेपी के नेतृत्व में जेल गये आंदोलनकारियों के लिए सामान्य पेंशन की घोषणा करनी चाहिए. अन्य राज्यों की तरह प्रतिमाह पेंशन लागू करना चाहिए.