कबूतर पुराने ज़माने में संदेश भेजने का काम करते थे पर बरमिंघम के शोधकर्ता इनसे प्रदूषण का पता लगाने में मदद ले रहे हैं.
इस शोध से हर गली और इलाके में प्रदूषण के स्तर का पता लग पाएगा जिसके मुताबिक वहां पर प्रदूषण रोकने के कदम उठाए जाएंगे. कबूतरों की पीठ पर शोधकर्ता तापमान जांचने वाला एक सेंसर लगा रहे हैं.
कबूतर जहां जहां उड़ेंगेस उस उन सभी क्षेत्रों के तापमान सेंसर में दर्ज हो जाएंगे.