वाशिंगटन : अमेरिका के अपने 45वें राष्ट्रपति के रुप में डोनाल्ड ट्रम्प का स्वागत करने के साथ ही पुलिस ने ट्रम्प के राष्ट्रपति पद के शपथ ग्रहण समारोह स्थल से कुछ ही दूरी पर ‘‘तोड़फोड़’ में शामिल करीब 100 विरोध प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया. आज का दिन अमेरिका में ट्रम्प के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के अलावा छिटपुट हिंसा और पुलिस एवं प्रदर्शनकारियों के बीच संघर्षों के भी नाम रहा.
अपनी आवाज बुलंद करने के लिए आज सुबह से यहां बडी संख्या में विरोध प्रदर्शनकारी जमा हुए थे और उन्होंने नये प्रशासन की कथित विभाजनकारी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किए. वाशिंगटन के मुख्य इलाके में नकाबपोश विरोध प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच संघर्ष हुए. यह जगह नये राष्ट्रपति के सम्मान में आयोजित सैन्य परेड के रास्ते से थोडी ही दूरी पर है.
इसे पहले नेशनल प्रेस क्लब के बाहर एक ट्रंप विरोधी प्रदर्शन का आयोजन किया गया जहां पुलिस ने लोगों को तितर-वितर करने के लिए पेपर स्प्रे का इस्तेमाल किया. पुलिस की ओर से मिर्ची स्पे्र का इस्तेमाल किये जाने के साथ कुछ प्रदर्शनकारियों ने भीड के बीच में धुएं के गोले छोड़े.
समाचार चैनल एनबीसी न्यूज के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने एक इमारत की दीवार पर प्रोजेक्टर के माध्यम से दो संदेश दिखाया जिनमें से एक में कहा गया है कि ‘‘कू्रर राष्ट्रपति पर महाभियोग चलाया जाए.’ एक प्रदर्शनकारी ने ट्रंप स्टाइल की टोपी जलाई. हजारों प्रदर्शनकारियों ने ट्रंप के विरोध में ‘यूएस कैपिटोल’ की ओर मार्च किया. देसबा रोजास नामक एक प्रदर्शनकारी ने कहा, ‘‘वे श्वेत नस्ली फासीवादी लोग हैं.’ शपथ ग्रहण से पहले प्यू रिसर्च सेंटर ने अपने ताजा सर्वेक्षण में कहा कि अधिकतर लोग मानते हैं कि देश पूरी तरह बंट चुका है. सर्वेक्षण में शामिल 86 फीसदी लोगों ने कहा कि अतीत के मुकाबले आज का अमेरिका राजनीतिक रुप से अधिक बंट चुका है.