वाशिंगटन : वाशिंगटन स्थित पाकिस्तान के दूतावास को फर्जी ट्विटर अकाउंट्स के जरिए निशाना बनाया गया है. इन ट्वीट्स में आरोप है कि अमेरिकी कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने ओहायो आतंकी हमले को अंजाम देने वाले सोमालियाई शरणार्थी के संबंध में इन दोनों वाणिज्य दूतावासों पर छापा मारा. ऐसी रिपोर्ट है कि सोमालियाई शरणार्थी पाकिस्तान में रहता था. दोनों ट्विटर अकाउंट विशेषकर ‘पाकिस्तान एंबेसी यूएन एट दी रेट पाक एंबेसी यूएन’ से ऐसा प्रतीत होता है कि इसे संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की दूत मलीहा लोधी निजी तौर पर देख रही हों. फर्जी ट्वीट में मलीहा ओहायो पुलिस पर आरोप लगाती दिख रही हैं.
इसमें कहा गया है कि अब्दुल रजाक अली अर्तन के आतंकी हमले के संबंध में वाशिंगटन स्थित पाकिस्तानी दूतावास पर एक दिन पहले छापा मारा गया. अमेरिका आने से पहले अर्तन कथित तौर पर कुछ वर्ष से पाकिस्तान में रह रहा था. इस हफ्ते के शुरू में ओहायो में आतंकी हमले को अंजाम देने वाला अर्तन पुलिस की गोली का शिकार हो गया था। हमले में कम से कम 11 लोग घायल हो गये थे. फर्जी अकाउंट में मलीहा ने आरोप लगाया कि संघीय पुलिस अब न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र के लिए पाकिस्तान के स्थायी दूतावास पर छापे मार रही है.
फर्जी ट्विटर अकाउंट के ट्वीट में कहा गया है, ‘यह शर्मनाक है कि कल वाशिंगटन डीसी स्थित पाकिस्तानी दूतावास पर ओहायो पुलिस की छापेमारी के बाद एफबीआई ने उनके ट्विटर अकाउंट को भी रोक दिया है.’ इसी अकाउंट से किए गए दूसरे ट्वीट के अनुसार, ‘संघीय पुलिस ने ओहायो राज्य में हमले के संबंध में न्यूयार्क स्थित हमारे दूतावास से कुछ दस्तावेज जब्त किये हैं.’
मलीहा की तस्वीर वाले एक अन्य ट्वीट के अनुसार, ‘ओहायो राज्य हमले के संबंध में इस छापेमारी के विरोध में हमने दूतावास पर अपना झंडा आधा झुका दिया है.’ बाद में वाशिंगटन में पाक दूतावास और न्यूयार्क स्थित संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के स्थायी दूतावास ने बयान जारी कर कहा है कि ये फर्जी अकाउंट हैं और उन्होंने मामले को ट्विटर के समक्ष उठाया है. संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के स्थायी दूतावास ने कहा, ‘संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के स्थायी दूतावास और राजदूत मलीहा लोधी का छद्म रूप अख्तियार कर इन फर्जी ट्विटर अकाउंट के जरिए सोशल मीडिया पर निराधार और फर्जी सूचनाएं प्रसारित की जा रही हैं. स्थायी दूतावास का सिर्फ एक ट्विटर अकाउंट है जो ‘एट दी रेट पाकिस्तानयूएन अंडरस्कोर एनवाई’ है.’
इसके अनुसार, ‘इस तरह के सभी अनधिकृत और फर्जी अकाउंट को बंद करने के लिए दूतावास ने ट्विटर प्रशासन के समक्ष यह मुद्दा उठाया है.’ वाशिंगटन में पाक दूतावास ने भी ट्विटर पर इसी तरह का बयान जारी किया है. दूतावास ने अपने एक ट्वीट में पोस्ट किया, ‘‘ऐसा बार बार बताया गया है कि पाक दूतावास से जुडे कुछ फर्जी ट्विटर अकाउंट से निराधार और अनधिकृत जानकारी तथा तस्वीरें प्रसारित की जा रही हैं.’ मलीहा ने यह बयान ट्वीट किया.
ट्विटर पर मलीहा के 138,000 फॉलोअर हैं. इन ट्वीट में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के सलाहकार सरताज अजीज का भी एक फर्जी ट्विटर अकाउंट दिखा. गौरतलब है कि दक्षिण एशिया के कई मीडिया घरानों ने बगैर पुष्टि और बिना यह सोचे कि इस तरह के कार्य से भयंकर अंतरराष्ट्रीय संकट उत्पन्न हो सकता है, उन्होंने इन छापेमारी के बारे में रिपोर्ट की क्योंकि इससे संयुक्त राष्ट्र और विएना के कई सम्मेलनों का उल्लंघन होगा.