जमुई : न्यायालय के आदेश का पालन करने, चतुर्थ वर्गीय कर्मियों को 01.01.96 से उत्क्रमित वेतनमान देने व 01.01.06 से ग्रेड पे लागू करने, शिक्षकों की तरह शिक्षकेत्तर कर्मियों का सेवानिवृत्ति आयु 65 वर्ष करने,अनुकंपा पर नियुक्त कर्मचारियों का वेतन भुगतान करने, आउटसोर्सिग पर हो रही नियुक्ति पर रोक लगाने सहित नो सूत्री मांगों को लेकर बिहार राज्य विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय कर्मचारी संघ के आह्वान पर महाविद्यालय शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ द्वारा हड़ताल पर चले जाने से पठन-पाठन बिल्कुल बाधित हो गया है.
कॉलेज कर्मियों की हड़ताल की वजह से जहां पूरे महाविद्यालय परिसर में कामकाज बिल्कुल ठप रहा. वहीं सभी विभागों में ताले लटके रहे और पूरा महाविद्यालय परिसर सूनसान नजर आया. पठन-पाठन व अन्य कार्य से कॉलेज आने वाले छात्र-छात्राओं को निराश होकर लौटना पड़ा. महाविद्यालय शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ के सचिव अरबिंद कुमार ने बताया कि जबतक सरकार हमारी मांगों पर गंभीरतापूर्वक विचार नहीं करेगी.
तबतक हड़ताल इसी तरह जारी रहेगा. हड़ताल के समर्थन में महाविद्यालय के सभी कर्मी पूर्ण सहयोग कर रहे हैं. इसके अलावा इन्होंने बताया कि वैसे कर्मी हड़ताल से अलग हैं जिनकी सेवा एक वर्ष से कम है. शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ के गणोश मंडल, वकील महतो, रतन कुमार झा, रविश कुमार सिंह, मनोज कुमार सिंह, कीर्तन कुमार सिंह, निरंजन कुमार सिंह, नरेश साह समेत सभी सदस्यों ने हड़ताल के समर्थन में जमकर नारेबाजी व प्रदर्शन भी किया.