रांची: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत सुधीर महतो की पत्नी सविता महतो को सात फरवरी को यहां राज्यसभा के लिए होने वाले चुनावों में नामांकन के ठीक पूर्व चुनाव मैदान से ही बाहर रखने के झारखंड मुक्ति मोर्चा के फैसले के विरोध में विधानसभा से इस्तीफा देने वाले तीनों पार्टी विधायकों को आज झामुमो ने मना लिया और उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया.
इस्तीफा देने वाले एक विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने बताया कि तीनों विधायकों की झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन से लंबी वार्ता हुई जिसमें सविता को शीघ्र राज्य के किसी बोर्ड या निगम का अध्यक्ष बनाने पर सहमति हुई और कुर्मी जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल शामिल करने की बात तय हुई जिसके बाद उन्होंने अपना इस्तीफा वापस लेने का फैसला किया.
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार कुर्मी जाति के बारे में यह प्रस्ताव केंद्र सरकार के पास पारित कर के जल्द ही भेजेगी. मथुरा प्रसाद महतो, जगन्नाथ महतो और विद्युत वरण महतो ने 28 जनवरी को रास चुनावों के नामांकन के दिन सविता का नामांकन न कराये जाने के विरोध में विस से इस्तीफा देने की घोषणा कर अपने इस्तीफे शिबू सोरेन को सौंप दिये थे.