27.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

न करें आत्म सम्मान से समझौता

हर व्यक्ति के लिए उसकी एक खुद की पहचान मायने रखती है. फिर चाहे वह घर में रहनेवाली साधारण गृहिणी ही क्यों न हो. उसके भीतर भी सबकी नजरों में खुद के लिए सम्मान पाने की ललक होती है. इसके लिए जरूरी है पहले वह खुद अपनी कद्र करना सीखे. सुधा जी एक संयुक्त परिवार […]

हर व्यक्ति के लिए उसकी एक खुद की पहचान मायने रखती है. फिर चाहे वह घर में रहनेवाली साधारण गृहिणी ही क्यों न हो. उसके भीतर भी सबकी नजरों में खुद के लिए सम्मान पाने की ललक होती है. इसके लिए जरूरी है पहले वह खुद अपनी कद्र करना सीखे.

सुधा जी एक संयुक्त परिवार की सबसे बड़ी बहू हैं. वह ज्यादा पढी-लिखी नहीं हैं, जबकि उनकी दोनों देवरानियां कॉन्वेंट एडुकेटेड हैं. दोनों जॉब करती हैं. वे दोनों आये दिन व्यस्तता का बहाना बना कर सुधा से अपने काम करवाती रहती है्ं. बदले में कभी उसकी बड़ाई कर देती हें, तो कभी कुछ लाकर दे देती हैं. हालांकि सुधा को इस बात से कोई शिकायत नहीं, पर जब पति इन सबको लेकर उनकी खिल्ली उड़ाते हैं, तो बुरा जरूर लगता है. कभी खुद पर भी गुस्सा आता है. पर परिवार की शांति बनी रहे, इसलिए वह हंस कर इन बातों को टाल जाती हैं.

आमतौर पर महिलाओं के बारे में यह कहा जाता है कि वे अपने लिए नहीं, दूसरों के लिए जीती हैं. उनका पूरा जीवन कई तरह के समझौते करते हुए गुजर जाता है. इस क्रम में जाने कितनी बार उनके आत्म सम्मान को ठेस लगती है. वे पल-पल घुटती हैं. फिर भी जीती रहती हैं. खास कर घरेलू महिलाओं के संदर्भ में तो यह बात शत-प्रतिशत लागू होती है.

इन सबका नकारात्मक प्रभाव उनके स्वास्थ पर पड़ता है. इससे न केवल उनकी खुद की पर्सनैलिटी कमजोर होती है, बल्कि उनका पारिवारिक जीवन भी कमजोर होता है.

अपने महत्व को पहचानें : यह सच है कि आपका घर-परिवार आपके जीवन की धुरी है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप खुद को भूल जायें. आप एक स्त्री हैं. एक इनसान हैं, तो जाहिर सी बात है आपकी एक अपनी स्वतंत्र पहचान भी होगी. जरूरी नहीं कि आप हमेशा किसी की मां, पत्नी, बहन या बेटी के रूप में ही जानी जायें. आप खुद क्या हैं, दुनिया को यह जानने का मौका दें.

अगर आप खुद ही स्वयं को कमजोर समझेंगी, तो फिर दुनियावालों से कैसे उम्मीद करती हैं, कि वे आपको सशक्त या मजबूत समझे.

अपनी खूबियों को पहचानें : जरूरी नहीं कि जो महिलाएं कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ी हैं, रोज ऑफिस जाती हैं, वे ही मजबूत या सशक्त हैं. हर इनसान में कोई न कोई खूबी होती है. आपमें भी होगी. अपनी उस खूबी को पहचानें. उसे उभारने की कोशिश करें. जैसे- अगर आप सिलाई, बुनाई, कुकिंग, क्राफ्ट-मेकिंग आदि में रुचि रखती हैं, तो अपने इन गुणों को ही एक नया आयाम दें. एक नयी पहचान दें. वैसे भी आधुनिकता की इस अंधी दौड़ में इस तरह की घरेलू चीजें लुप्तप्राय होती जा रही हैं.

अगर आपको इनमें महारत हासिल है, तो यकीन मानिए, लोगों के बीच आपको पॉपुलर होने से कोई नहीं रोक सकेगा.

अपने लिए भी थोड़ा समय निकालें : घर-परिवार की जिम्मेदारियों के बीच कुछ वक्त अपने लिये भी निकालें. घूमने-फिरने जायें. अपने दोस्तों व सहेलियों से मिलें. अपने लिए कुछ शॉपिंग करें. अपने किसी शौक को एन्जॉय करें. हां, यह सब कुछ करते समय आपकी कोशिश यह होनी चाहिए कि आप अपने समय को फालतू बर्बाद न होने दें. जैसे सहेलियों से मिलने पर बेकार की गॉसिपिंग करने के बजाय कुछ काम की बातें करें. मसलन, आप चाहें तो, अपनी सहेली से कोई नयी चीज करना, किसी नये एप को अपलोड करना आदि सीख सकती हैं. इससे आपकी पर्सनैलिटी इंप्रूव होगी.

वर्तमान परिवेश में महिलाएं चाहें नौकरीपेशा हो या फिर गृहिणी, दोनों ही रूपों में वे अपनी जिम्मेदारियों एवं काम-काज को बखूबी निभा रही हैं. सच तो यह है कि बदलते सामाजिक परिवेश में गृहिणियों की जिम्मेदारियां ज्यादा बढ गयी हैं. इसी वजह से गृहिणियों को आजकल हाउसवाइफ नहीं, बल्कि होममेकर कहा जाने लगा है. आज महिलाएं बच्चों की परवरिश से लेकर घर-बाहर की सारी जिम्मेदारियां अकेले अपने बूते संभालने में सक्षम है, इसलिए वे खुद को कमतर न समझें. उन्हें अपने महत्व को साबित करने के लिए किसी की स्वीकृति की जरूरत नहीं. वास्तव में, उन्हें अगर जरूरत है, तो अपने अस्तित्व को पहचानने की, खुद को इज्जत देने की. जिस दिन आप खुद की इज्जत करना सीख जायेंगी, उसी दिन से दूसरे लोग भी आपकी कद्र करने लगेंगे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें