इस्लामाबाद : पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ ने कहा है कि पाकिस्तानी सेना परोक्ष और अपरोक्ष खतरों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. पाकिस्तानी सेना के जनसंपर्क विभाग की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि कोर कमांडरों की बैठक में देश के सामने मौजूद आंतरिक और बाहरी खतरों की समीक्षा की गई. कोर कमांडरों की ये बैठक कश्मीर के उरी में सेना के बेस कैंप पर चरमपंथियों के हमले के एक दिन बाद आयोजित की गई थी. जनरल शरीफ ने कहा, ‘पाकिस्तानी सशस्त्र बलों ने जनता के साथ हर चुनौती का सफलतापूर्वक सामना किया है. देश की संप्रभुता और गरिमा को नुकसान पहुंचाने की हर कोशिश को नाकाम बनाया जाएगा.’
पाकिस्तान सेना प्रमुख ने सोमवार को अपने शीर्ष कमांडरों से मुलाकात की और कहा कि कश्मीर में 18 भारतीय सैनिकों के मारे जाने के बाद भारत के ‘शत्रुतापूर्ण बयान’ के मद्देनजर पाक सेना देश की सुरक्षा जरुरतों के प्रति सतर्क है. इसमें बाहरी और आंतरिक सुरक्षा हालात तथा सेना की संचालनात्मक (ऑपरेशनल) तैयारियों की समीक्षा की गई. जनरल शरीफ ने कहा, ‘हम पूरी तरह से अवगत हैं और क्षेत्र में हुई हालिया घटनाओं और पाकिस्तान की सुरक्षा पर उनके प्रभाव को करीब से देख रहे हैं.’
जनरल शरीफ ने बैठक के दौरान कहा पाकिस्तान के सशस्त्र बल ने हमारे जीवंत राष्ट्र की सभी चुनौतियों पर जीत हासिल की है और भविष्य में भी पाकिस्तान की अखंडता एवं संप्रभुता के खिलाफ किसी मंसूबे को नाकाम किया जाएगा. गौरतलब है भारी मात्रा में हथियारों से लैस आतंकवादियों ने उत्तर कश्मीर के उरी में रविवार को तड़के सेना के एक बटालियन मुख्यालय पर हमला किया था जिसमें 18 जवान शहीद हुए थे और 19 अन्य घायल हो गये. साथ ही, चार आतंकवादी मारे गए हैं.
उरी में हमले के बाद भारत के गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने एक बयान में कहा था, ‘पाकिस्तान एक आतंकवादी राज्य है. उसकी पहचान एक आतंकवादी मुल्क के रूप पर की जानी चाहिए और उसे अलग-थलग करने की जरूरत है.’ भारत के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल रणवीर सिंह ने कहा है कि मारे गए सभी चार आतंकवादी विदेशी आतंकी हैं और वे अपने साथ जो सामान लेकर आए थे उन पर पाकिस्तानी निशान हैं. शुरुआती रिपोर्टों से भी संकेत मिला है कि वे लोग पाकिस्तान आधारित जैश ए मोहम्मद आतंकी संगठन से जुड़े हुए थे.