27.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

‘अच्छे दिन कभी नहीं आते’

सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने एक कार्यक्रम में कहा है कि ‘अच्छे दिन कभी नहीं आते.’ ‘दैनिक भास्कर’ ने नितिन गडकरी की इस टिप्पणी को छापा है. मुंबई में उद्योग जगत के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए उन्होंने ये तब कहा जब उनसे नरेंद्र मोदी के दिए गए चुनावी नारे- ‘अच्छे […]

Undefined
'अच्छे दिन कभी नहीं आते' 4

सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने एक कार्यक्रम में कहा है कि ‘अच्छे दिन कभी नहीं आते.’

‘दैनिक भास्कर’ ने नितिन गडकरी की इस टिप्पणी को छापा है. मुंबई में उद्योग जगत के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए उन्होंने ये तब कहा जब उनसे नरेंद्र मोदी के दिए गए चुनावी नारे- ‘अच्छे दिन आने वाले हैं’ पर सवाल पूछा गया.

उन्होंने कहा- ”ये नारा सरकार के गले की हड्डी बन गया है. अच्छे दिन कभी नहीं आते."

Undefined
'अच्छे दिन कभी नहीं आते' 5

‘हिंदुस्तान टाइम्स’ में ख़बर छपी है कि दिल्ली में चिकनगुनिया और डेंगू की बीमारी तेज़ी से फैल रही है और दिल्ली के तमाम कर्ता-धर्ता दिल्ली से बाहर हैं.

अख़बार के मुताबिक लेफ्टिनेंट गवर्नर नजीब जंग अपनी निजी यात्रा पर अमरीका गए हैं. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गले का इलाज कराने बैंगलूरु गए हैं.

दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया एक सेमीनार में हिस्सा लेने फ़िनलैंड गए हैं.

Undefined
'अच्छे दिन कभी नहीं आते' 6

रियो में जिमनास्टिक्स के वॉल्ट इवेंट में स्वर्ण जीतने वाली सिमोन बाइल्स (बीच में)

‘द इंडियन एक्सप्रेस ‘ ने छापा है रूस के हैकरों ने रियो ओलंपिक से जुड़ी फ़ाइलों को हैक करने का दावा किया है.

इस हैकर्स ग्रुप ने ये भी आरोप लगाया है कि कई अमरीकी एथलीटों को वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी (वाडा) ने कई तरह की दवा के सेवन की इजाज़त दी है.

हैकर्स ग्रुप ने दावा किया कि स्वर्ण पदक विजेता महिला जिमनास्ट सिमोन बाइल्स और टेनिस खिलाड़ी सेरेना विलियम्स समेत कई अमरीकी एथलीटों को दवाओं के सेवन की इजाज़त दी गई.

सिमोन बाइल्स ने महिला वाल्ट प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता था, इसी प्रतियोगिता में भारत की दीपा कर्माकर चौथे नंबर पर रहीं थीं.

‘द हिंदू’ में पहले पन्ने पर बिहार के बाहुबली नेता और पूर्व आरजेडी सांसदशहाबुद्दीन का इंटरव्यू छापा गया है जिसमें उन्होंने कहा कि वो अपनी छवि कतई बदलना नहीं चाहेंगे.

हत्या के मामले में जेल में बंद शहाबुद्दीन 11 साल बाद ज़मानत पर बाहर आए हैं.

जेल से बाहर आने के बाद जिस तरह से उनके समर्थकों ने उनका स्वागत किया और जेल से घर तक के रास्ते में उनके वाहनों का विशाल काफिला टोल बैरियर को पार करता हुआ चला, उसकी मीडिया में ख़ासी चर्चा है और इस बात के लिए उनकी आलोचना भी हो रही है.

(बीबीसी हिंदी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें