देश में ऐसे कई छात्र हैं, जिन्हें कभी संसाधनों के अभाव के चलते, तो कभी अन्य िवपरीत परिस्थितियों के चलते अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ जाती है. वहीं कुछ ऐसे लोग भी हैं, जो नौकरी के साथ पढ़ाई भी जारी रखना चाहते हैं, लेकिन रेगुलर कोर्स में दाखिला न ले पाने के चलते पढ़ नहीं पाते. ऐसे ही छात्रों के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने ऑनलाइन वेब पोर्टल ‘स्वयं’ लांच किया है. अब इस पोर्टल की मदद से दूर-दराज के इलाकों से लेकर हर वह छात्र अपने मनपसंद िवषय की िशक्षा प्राप्त करने के िलए कदम बढ़ा सकता है, जिसके अंदर पढ़ने की चाह है.
शिक्षा के क्षेत्र में पिछले कुछ वक्त से आये दिन नये-नये परिवर्तन किये जा रहे हैं. कभी डिजिटल लाइब्रेरी क्रांति की बात की जाती है, तो कभी एजुकेशन पॉलिसी को बेहतर बनाने के सुझाव प्रस्तुत किये जाते हैं. इन परिवर्तनों के बीच मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने अधिक-से-अधिक छात्रों तक उच्च शिक्षा पहुंचाने के लिए ऑनलाइन वेब पोर्टल ‘स्वयं’ की शुरुआत की है, जिसकी मदद से छात्र नि:शुल्क ही ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे.
शिक्षा की स्मार्ट टेक्नोलाॅजी है स्वयं
मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा लांच किये गये इस पोर्टल का नाम ‘स्टडी वेब्स ऑफ एक्टिव लर्निंग फॉर यंग इंस्पायरिंग माइंड्स, यानी ‘स्वयं’ रखा गया है. स्वयं पोर्टल में एनसीइआरटी, एनआइओएस, इग्नू, यूजीसी, सीइसी, एनपीटीइएल आदि द्वारा संचालित आर्ट्स, साइंस, कॉमर्स, परफॉर्मिंग आर्ट्स, सोशल साइंस और ह्यूमैनिटीज सब्जेक्ट्स, इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी, लॉ, मेडिसिन और एग्रीकल्चर जैसे विभिन्न संकायों के मैसिव ऑनलाइन एंड ओपन कोर्सेज (एमआेओसी) की बड़ी ंखला लांच की जायेगी. ये सभी कोर्सेज मानव संसाधन विकास मंत्रालय और यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन द्वारा लांच किये जायेंगे. ये कोर्स या तो विभिन्न विषयों के समूह होंगे या फिर एक टॉपिक भी हो सकते हैं. इन्हें एकेडमिक्स व अन्य एक्सपर्ट द्वारा स्वयं पर अपलोड किया जायेगा.
हर कोर्स का होगा मूल्यांकन
इस पोर्टल पर किसी भी प्रकार का कोर्स अपलोड करनेवाले इंस्टीट्यूट को होस्ट इंस्टीट्यूट के नाम से जाना जायेगा. उस कोर्स की पढ़ाई करनेवाले छात्र का मूल्यांकन करने की स्थिति में होस्ट इंस्टीट्यूट को ही छात्र के लिए परीक्षा का आयोजन कराना होगा. मैसिव ऑनलाइन एंड ओपन कोर्सेज पर आधारित इस वेब पोर्टल में क्रेडिट सिस्टम को लागू किया जायेगा. होस्ट संस्था द्वारा आयोजित की गयी परीक्षा के अंक या ग्रेड बतौर क्रेडिट उस संस्थान को ट्रांसफर किये जायेंगे जहां पर छात्र नियमित विद्यार्थी के रूप में पढ़ाई कर रहा है. किसी भी विद्यार्थी को 20 क्रेडिट अंक तक ही दिया जायेगा.
2000 से अधिक कोर्सेज का लक्ष्य
स्वयं अपने पोर्टल पर ऑडियो-वीडियो, इ-बुक्स, इलस्ट्रेशंस, टेक्स्ट, केस स्टडी, रिसर्च पेपर्स और सेल्फ असेस्मेंट तरीकों के माध्यम से आर्ट्स, साइंस, कॉमर्स, परफॉर्मिंग आर्ट्स, सोशल साइंस, ह्यूमैनिटीज सब्जेक्ट्स, इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी, लॉ, मेडिसिन और एग्रीकल्चर जैसे विभिन्न डिसिप्लीन के फ्री ऑनलाइन कोर्स लांच करेगा.
यूं तो स्वमं के जरिये 2000 से अधिक ऑनलाइन कोर्सेज लांच करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, लेकिन अभी इस पर लगभग 200 कोर्स ही लांच किये जा सके हैं. इन कोर्सेज के लिए कोई भी छात्र खुद को एनरोल कर सकता है और अपनी रुचि के विषय की शिक्षा प्राप्त कर सर्टिफिकेट हासिल कर सकता है. यहां तक की स्वयं के जरिये उन छात्रों के लिए भी शिक्षा प्राप्त करना मुमकिन हो गया है, जो वर्किंग होने के चलते पारंपरिक कोर्सेज के लिए खुद का नामांकन नहीं करा पाते हैं.
स्वयं पर उपलब्ध मैसिव ऑनलाइन एंड ओपन कोर्सेज (एमआेओसी) को कंप्यूटर/ लैपटॉप यहां तक की स्मार्टफोन के जरिये भी पढ़ा जा सकता है. उदाहरण के तौर पर स्वयं की 42 एमओओसी इपीजीपी पाठशाला के कोर्स को पाठक छात्र 15 सप्ताह में पूरा कर सकते हैं, बाद के दो सप्ताह वे रिवीजन और असेस्मेंट कर सकते हैं. इस दौरान एमओओसी काॅ-ओर्डिनेटर्स एवं टीचिंग असिस्टेंट्स छात्र द्वारा पूछे गये प्रश्नों के हल भी उपलब्ध करायेंगे, जिससे छात्रों को टॉपिक को समझने में किसी प्रकार का कंफ्यूजन न हो.
स्वयं के बारे में विस्तार से जानने के लिए देखें : https://swayam.gov.in/