
भारत प्रशासित कश्मीर के पुंछ में साढ़े पांच घंटे चली एक मुठभेड़ में चार चरमपंथी मारे गए.
सेना के कैंप के निकट ज़िला प्रशासन की एक इमारत में चरमपंथी घुस गए थे जहां पहले पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवानों के साथ चरमपंथियों की गोलीबारी चलती रही.
बाद में आख़िरी हमले के लिए सेना को बुलाया गया.
मारे गए चार चरमपंथियों की पहचान नहीं हो पाई है. इस गोलीबारी में एक पुलिसकर्मी की भी मौत हो गई है और एक घायल हो गया है.
सेना के मुताबिक़ एक दूसरी घटना में कुपवाड़ा ज़िले के नौगाम सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश करते तीन चरमपंथी मारे गए हैं.
सेना का कहना है कि नियंत्रण रेखा के पास चरमपंथियों के घुसपैठ के इस प्रयास को नाकाम कर दिया गया है.

दो दिन पहले ही सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह ने जम्मू-कश्मीर का दौरा किया था और नियंत्रण रेखा के पास घुसपैठ की कोशिशों की आशंका जताई थी.
आठ जुलाई को संदिग्ध चरमपंथी बुरहान वानी की सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मौत के बाद से कश्मीर घाटी में स्थिति तनावपूर्व है.
लगभग दो महीने से हो रहे प्रदर्शन रुकने के नाम नहीं ले रहे हैं और घाटी में कई जगहों पर कर्फ़्यू जारी है और प्रदर्शन हुए हैं.
शनिवार को शोपियां और अनंतनाग ज़िलों में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच हुई झड़पों में दो प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई थी.
कश्मीर में पिछले 65 दिनों में अब तक 78 लोगों की मौत हो गई है. इसके अलावा दस हज़ार नागरिक घायल हुए हैं.
पुलिस के मुताबिक़ साढ़े पांच हज़ार सुरक्षाकर्मी भी प्रदर्शनों के दौरान घायल हुए हैं.
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