
फ्रांस की राजधानी पेरिस में गिरफ़्तार की गई तीन संदिग्ध महिलाओं को चरमपंथी संगठन इस्लामिक स्टेट से निर्देश मिलते थे.
पेरिस के अभियोजक फ्रांस्वा मॉलिन्स ने ये जानकारी दी है.
फ्रांस्वा मॉलिन्स ने कहा है कि आईएस महिलाओं को चरमपंथी बनाना चाहता था.
रविवार को पेरिस के मशहूर नॉत्र डाम कैथेड्रल के पास संदिग्ध गाड़ी से गैस के कनस्तर बरामद किए गए थे. जिसके बाद बुधवार को इन तीन महिलाओं को गिरफ़्तार किया गया था.
गिरफ़्तारी के दौरान एक पुलिस अधिकारी पर महिला ने चाकू से वार कर दिया था.
इन महिलाओं में से एक 19 वर्षीय महिला ने एक ख़त में आईएस के लिए समर्थन जताया था.

फ्रांस्वा मॉलिन्स ने कहा कि इनमें से एक महिला का संबंध जून महीने में दो पुलिस अधिकारियों की हत्या करने वाले लारॉसी अबाला और आदेल केरमिश से था.
लारॉसी अबाला ने पुलिस अधिकारियों की हत्या के बाद खुद को गोली मार ली थी. आदेल केरमिश ने जुलाई में एक गिरजाघर में बुज़ुर्ग पादरी की गला रेतकर हत्या कर दी थी, बाद में पुलिस ने आदेल को गोली मार दी थी.
फ्रांस्वा मॉलिन्स ने कहा कि गुरुवार को आदेल की मंगेतर को गिरफ़्तार किया गया.
फ्रांस के आंतरिक मंत्री बर्नार्ड कज़नव ने कहा कि इन महिलाओं पर पुलिस पहले से निगरानी रख रही थी.
बर्नार्ड कज़नव ने कहा कि ऐसा लगता है कि ये महिलाएं बड़े हमलों की तैयारी कर रही थीं.
फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलां ने कहा, ”एक हमले को नाकाम कर दिया गया और महिलाओं के समूह को तितर-बितर किया गया.”
मॉलिन्स ने कहा कि ताज़ा गिरफ़्तारियों से इस बात के सबूत हैं कि आईएस हमलों में महिलाओं के इस्तेमाल की योजना बना रहा है.
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए यहां क्लिक करें . आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)